Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 7 Notes के इस लेख में हम “अच्छे स्वास्थ्य के लिए जल” विषय की गहराई से चर्चा करेंगे। पानी या जल हमारे जीवन का आधार है — यह केवल प्यास बुझाने के लिए नहीं, बल्कि शरीर की सभी महत्वपूर्ण कार्यवाहियों जैसे पोषण, पाचन, विषाक्त पदार्थों का निष्कासन, तापमान नियंत्रण** एवं संक्रमणों से सुरक्षा में भी अवश्यक भूमिका निभाता है। इस चैप्टर के नोट्स आपकी पढ़ाई को आसान बनाएँगे, आपको जलजनित रोगों (water borne diseases), स्वच्छ जल के स्रोतों और रोगों की रोकथाम के तरीकों की पूरी जानकारी देगा, ताकि आप परीक्षा में बेहतर अंक प्राप्त कर सकें।
भूमिका: Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 7 Notes
मानव जीवन का अस्तित्व जल के बिना संभव नहीं है। यह न केवल प्यास बुझाने का कार्य करता है, बल्कि शरीर की सभी क्रियाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए आवश्यक है। परंतु यह तभी उपयोगी है जब यह स्वच्छ और शुद्ध हो। आज के समय में जल प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जिससे अनेक प्रकार की जलजनित बीमारियाँ फैल रही हैं। इसलिए जल के महत्व, उसकी शुद्धता और उससे होने वाली बीमारियों के विषय में जानकारी होना अत्यंत आवश्यक है।
1. अच्छे स्वास्थ्य के लिए जल का महत्व
🔹 जल की विशेषताएँ:
- जल रंगहीन, गंधहीन और स्वादहीन होता है।
- यह एक सार्वत्रिक विलायक (universal solvent) है।
- शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है।
- यह शरीर के सभी अंगों में पोषक तत्वों और ऑक्सीजन के परिवहन में सहायक होता है।
🔹 शरीर में जल की मात्रा:
- एक वयस्क व्यक्ति के शरीर का लगभग 60-70% भाग जल से बना होता है।
- रक्त में लगभग 90%, मस्तिष्क में 75%, और मांसपेशियों में 70% जल पाया जाता है।
🔹 जल के कार्य:
- पाचन में सहायक:
जल भोजन को घोलने और पचाने में सहायता करता है। यह लार, गैस्ट्रिक जूस, आँतों के रस आदि के निर्माण में सहायक होता है। - पोषक तत्वों का परिवहन:
जल के माध्यम से खून शरीर के विभिन्न हिस्सों में पोषक तत्वों को पहुँचाता है। - शरीर से अपशिष्ट निकालना:
जल पसीने और मूत्र के माध्यम से विषैले पदार्थों को शरीर से बाहर निकालता है। - तापमान नियंत्रण:
शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने में जल की बड़ी भूमिका होती है। जब शरीर गर्म होता है तो पसीना निकलता है, जिससे शरीर ठंडा होता है। - कोशिकाओं का निर्माण और सुरक्षा:
कोशिकाओं के निर्माण में जल की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह अंगों को नम रखता है और जोड़ो में चिकनाहट देता है। - ऊर्जा बनाए रखने में सहायक:
जल के अभाव में शरीर थका हुआ महसूस करता है, क्योंकि कोशिकाएँ सुचारु रूप से कार्य नहीं कर पातीं।Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 7 Notes : अच्छे स्वास्थ्य के लिए जल
2. स्वच्छ जल का महत्व
🔹 स्वच्छ जल क्या है?
स्वच्छ जल वह जल होता है जो:
- संक्रमण रहित (germ-free) हो
- अवांछित खनिजों, रसायनों और धातुओं से मुक्त हो
- पीने, भोजन पकाने, नहाने और सफाई के लिए सुरक्षित हो
🔹 अशुद्ध जल के सेवन से होने वाली समस्याएँ:
- पेट की बीमारियाँ जैसे डायरिया, पेचिश
- त्वचा संबंधी रोग
- हैजा, टाइफाइड, पीलिया जैसे गंभीर रोग
- बच्चों में कुपोषण व विकास में बाधा
🔹 अशुद्ध जल के स्रोत:
- गंदे तालाब, नालियाँ, नदियों में औद्योगिक कचरा
- खुले में शौच द्वारा जल स्रोतों का प्रदूषण
- वर्षा का पानी जो बिना छानें उपयोग में लाया जाता है
🔹 जल को स्वच्छ करने के घरेलू उपाय:
उपाय | विधि |
---|---|
उबालना | 10-15 मिनट उबालकर ठंडा करके उपयोग करें |
छानना | साफ कपड़ा या सिरेमिक फिल्टर से छानें |
क्लोरीनेशन | क्लोरीन टैबलेट डालकर संक्रमण समाप्त करें |
आधुनिक फ़िल्टर | RO, UV तकनीक द्वारा संपूर्ण शुद्धिकरण |
3. जलजनित रोग (Water-borne Diseases)
🔹 परिभाषा:
वे बीमारियाँ जो गंदे, अशुद्ध या संक्रमित जल के सेवन से होती हैं, उन्हें जलजनित रोग कहा जाता है। ये रोग प्रायः बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी के कारण होते हैं।
🔹 प्रमुख जलजनित रोग:
रोग | कारण | लक्षण | रोकथाम |
---|---|---|---|
हैजा (Cholera) | Vibrio cholerae बैक्टीरिया | पतले दस्त, उल्टी, निर्जलीकरण | स्वच्छ जल, ORS, समय पर चिकित्सा |
डायरिया (Diarrhea) | बैक्टीरिया / वायरस / परजीवी | बार-बार पतले दस्त, कमजोरी | साफ पानी, पोषणयुक्त आहार |
टाइफाइड (Typhoid) | Salmonella typhi बैक्टीरिया | तेज बुखार, पेट दर्द, कमजोरी | उबला पानी, टीकाकरण |
पीलिया (Jaundice) | जल प्रदूषण और वायरस | आँखें व त्वचा पीली, थकान | स्वच्छ जल व आहार |
हैपेटाइटिस A | HAV वायरस | भूख न लगना, उल्टी, कमजोरी | वैक्सीन, साफ पानी का सेवन |
4. जलजनित रोगों की रोकथाम के उपाय
- ✳️ सदैव उबला या फ़िल्टर किया हुआ पानी पिएँ।
- ✳️ जलस्रोतों को गंदा न करें।
- ✳️ खुले में शौच न करें, स्वच्छता अपनाएँ।
- ✳️ साफ-सफाई का ध्यान रखें – भोजन से पहले व बाद में हाथ धोएँ।
- ✳️ बच्चों को टीके समय पर दिलवाएँ।
- ✳️ पानी को ढँककर रखें, ताकि उसमें मच्छर न पनपें।
- ✳️ वर्षा जल संचयन में सावधानी रखें।
- ✳️ बीमार व्यक्ति को अलग बर्तन व साफ पानी दें।
निष्कर्ष
जल जीवन का स्रोत है, लेकिन यह तभी उपयोगी है जब यह स्वच्छ और सुरक्षित हो। अशुद्ध जल अनेक रोगों का कारण बनता है, जिनसे कई बार जान का भी खतरा हो सकता है। अतः प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह जल की स्वच्छता का ध्यान रखे और जागरूक रहे। जलजनित रोगों से बचाव के लिए स्वच्छता, सही आदतें और समय पर उपचार आवश्यक हैं।
MCQ प्रश्न : Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 7 Notes
- स्वच्छ जल किसका पर्याय है?
A) गंधित पानी
B) रंग और स्वाद रहित पानी
C) मीठा पानी हाँ में बिना उबाल के
D) सिर्फ ठंडा पानी
सही उत्तर: B - निम्न में से कौन-सा रोग जलजनित नहीं है?
A) हैजा
B) टाइफाइड
C) मलेरिया
D) हेपेटाइटिस A
सही उत्तर: C - जलजनित रोगों का मुख्य कारण होता है:
A) दूषित जल का सेवन
B) बहुत अधिक पानी पीना
C) ठंडे मौसम में बाहर निकलना
D) फल नहीं खाना
सही उत्तर: A - हेज़ा किस जीवाणु द्वारा होता है?
A) Salmonella typhi
B) Vibrio cholerae
C) Escherichia coli
D) Hepatitis virus
सही उत्तर: B - डायरिया का प्राथमिक लक्षण है:
A) त्वचा पर दाने
B) पतले दस्त
C) सामान्य खासी
D) आँखों का पीला होना
सही उत्तर: B - जल को किस प्रक्रिया द्वारा कीटाणु‑मुक्त किया जा सकता है?
A) उबालना
B) जमाना
C) हल्का रंग चढ़ाना
D) मीठा स्वाद देना
सही उत्तर: A - निम्न में से कौन-सा विकल्प स्वच्छ जल की विशेषता है?
A) गंधित
B) रंगीन
C) स्वादहीन
D) ताम्बे जैसा रंग हो
सही उत्तर: C - टाइफाइड बीमारी किस जीवाणु के कारण होती है?
A) Vibrio cholerae
B) Salmonella typhi
C) Staphylococcus aureus
D) Poliovirus
सही उत्तर: B - हेपेटाइटिस A मुख्यतः कैसे फैलता है?
A) संक्रमित हवा से
B) दूषित भोजन या जल से
C) सीधे संपर्क से
D) कीड़ों के काटने से
सही उत्तर: B - स्वच्छ जल की कमी से क्या हो सकता है?
A) हैजा और टाइफाइड का खतरा बढ़ना
B) शरीर के तापमान में सामान्य स्थिति बनी रहना
C) रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ना
D) ज्यादा ऊर्जा मिलना
सही उत्तर: A - निचे में से कौन सा उपाय स्वच्छ जल प्राप्त करने का तरीका है?
A) खुला पानी संग्रह करना
B) पानी को छानना
C) गंदे पानी को बिना कुछ किये उपयोग करना
D) सिर्फ वर्षा के पानी पर भरोसा करना
सही उत्तर: B - “आर ओ (RO)” तकनीक का उद्देश्य है:
A) पानी को ठंडा करना
B) जल में घुले हुए घन पदार्थों व घुले नमक को हटाना
C) पानी को रंग‑भरा बनाना
D) पानी में मीठे स्वाद का होना
सही उत्तर: B - जलजनित रोगों की रोकथाम के लिए सबसे पहला कदम है:
A) टीके लगवाना
B) पानी का उबाल कर सेवन करना
C) मीठे पेय्य पदार्थों का सेवन
D) बहुत अधिक व्यायाम करना
सही उत्तर: B - “ओआरएस (ORS)” किस रोग के इलाज में उपयोगी है?
A) त्वचा रोगों में
B) निर्जलीकरण (dehydration) में जैसे डायरिया के दौरान
C) श्वसन संक्रमणों में
D) मलेरिया में
सही उत्तर: B - निम्न में से कौन-सा बीमारी दिन‑प्रतिदिन के जीवन में पानी के माध्यम से नहीं फैलती?
A) टाइफाइड
B) हैजा
C) जुकाम (common cold)
D) डायरिया
सही उत्तर: C - अशुद्ध जल किस प्रकार संक्रमित होता है?
A) खुले में शौच से जल स्रोतों में मलमूत्र का मिलना
B) बिजली से
C) धूप से
D) हवा से शुरू‑शुरू में
सही उत्तर: A - जलजनित रोगों से बचाव हेतु स्वच्छता का महत्वपूर्ण कदम है:
A) हाथ नहीं धोना
B) भोजन से पहले व शौच के बाद हाथ धोना
C) पानी खुला रखना
D) सब कुछ बाहर खाना
सही उत्तर: B - तीव्र पीलिया (Jaundice) के लक्षणों में शामिल है:
A) त्वचा व आँखों का पीला होना
B) ज्यादा बैंगन खाना
C) तंग सांस लेना
D) सुनहरा पानी पीना
सही उत्तर: A - स्वस्थ शरीर में जल की अनुमानित प्रतिशत भाग है:
A) लगभग 10‑20%
B) लगभग 40‑50%
C) लगभग 60‑70%
D) लगभग 90‑100%
सही उत्तर: C - जल प्रदूषण का एक प्रमुख स्रोत क्या है?
A) औद्योगिक अपशिष्ट और मल‑मूत्र का ज़रिया
B) सूरज की रोशनी
C) ठण्डी हवा
D) मृत्तिका (मिट्टी)
सही उत्तर: A
5 Short Answer : Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 7 Notes
1. अच्छे स्वास्थ्य के लिए जल क्यों आवश्यक है?
जल हमारे शरीर की मूलभूत आवश्यकता है। यह पाचन, तापमान नियंत्रण, विषैले पदार्थों के निष्कासन और पोषक तत्वों के परिवहन में सहायक होता है। शरीर का लगभग 60-70% भाग जल से बना होता है, जिससे यह हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक बन जाता है।
2. स्वच्छ जल की परिभाषा क्या है?
स्वच्छ जल वह जल होता है जो रंग, गंध और स्वाद रहित होता है तथा किसी भी प्रकार के रोगजनक जीवाणुओं, वायरस और हानिकारक रसायनों से मुक्त होता है। यह पीने, भोजन बनाने और अन्य घरेलू कार्यों के लिए सुरक्षित होता है।
3. जलजनित रोगों के नाम लिखिए।
जलजनित रोग वे होते हैं जो अशुद्ध या दूषित जल के सेवन से होते हैं। प्रमुख जलजनित रोगों में हैजा, टाइफाइड, डायरिया, पीलिया और हेपेटाइटिस-A शामिल हैं।
4. जल को स्वच्छ बनाने के दो घरेलू उपाय बताइए।
- उबालना: पानी को 10-15 मिनट तक उबालने से उसमें मौजूद कीटाणु नष्ट हो जाते हैं।
- छानना: कपड़े या आधुनिक वाटर फिल्टर की सहायता से जल को छाना जा सकता है, जिससे ठोस अशुद्धियाँ हट जाती हैं।
5. जलजनित रोगों की रोकथाम कैसे की जा सकती है?
- हमेशा उबला या फिल्टर किया हुआ पानी पीना चाहिए।
- भोजन से पहले और शौच के बाद हाथ धोना चाहिए।
- जल स्रोतों को साफ-सुथरा रखना चाहिए।
- संक्रमित व्यक्ति के बर्तन अलग रखने चाहिए और ORS का प्रयोग करना चाहिए।
5 Long Answer : Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 7 Notes
1. अच्छे स्वास्थ्य में जल की भूमिका को विस्तार से समझाइए।
जल हमारे जीवन का मूल आधार है। यह केवल प्यास बुझाने का कार्य नहीं करता, बल्कि शरीर की सभी आवश्यक जैविक क्रियाओं के संचालन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है। एक सामान्य वयस्क शरीर का लगभग 60-70% भाग जल से बना होता है। यह शरीर में पोषक तत्वों और ऑक्सीजन का परिवहन करता है, पाचन क्रिया में सहायता करता है, और शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को पसीने और मूत्र के माध्यम से बाहर निकालता है। इसके अतिरिक्त, जल शरीर के तापमान को संतुलित बनाए रखता है। यदि शरीर में जल की कमी हो जाती है, तो निर्जलीकरण (dehydration) जैसी स्थिति उत्पन्न होती है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसलिए, दैनिक जीवन में पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ जल का सेवन अत्यंत आवश्यक है।
2. स्वच्छ जल क्या होता है और यह क्यों आवश्यक है?
स्वच्छ जल वह होता है जो किसी भी प्रकार की गंध, रंग और स्वाद से रहित हो तथा उसमें किसी भी प्रकार के रोगजनक सूक्ष्म जीव, रासायनिक तत्व या अशुद्धियाँ न हों। स्वच्छ जल का सेवन करना इसलिए आवश्यक है क्योंकि अशुद्ध जल के माध्यम से अनेक प्रकार की बीमारियाँ फैल सकती हैं, जैसे कि हैजा, डायरिया, पीलिया, और टाइफाइड आदि। स्वच्छ जल न केवल पीने के लिए, बल्कि भोजन बनाने, स्नान करने और सफाई जैसे दैनिक कार्यों में भी उपयोगी होता है। यदि जल स्वच्छ नहीं होगा, तो यह शरीर में संक्रमण फैला सकता है और अनेक स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न कर सकता है। इसलिए, जल को उबालकर, छानकर, या आधुनिक फिल्ट्रेशन तकनीकों द्वारा शुद्ध करना चाहिए।
3. जलजनित रोगों को विस्तार से समझाइए।
जलजनित रोग वे रोग होते हैं जो दूषित जल के सेवन से फैलते हैं। इन रोगों के कारक आमतौर पर जीवाणु, वायरस या परजीवी होते हैं जो जल में मिल जाते हैं और शरीर में प्रवेश कर जाते हैं। प्रमुख जलजनित रोगों में निम्न शामिल हैं:
- हैजा: यह Vibrio cholerae नामक जीवाणु से होता है और इसके लक्षणों में तीव्र दस्त, उल्टी और निर्जलीकरण शामिल हैं।
- डायरिया: यह वायरस या बैक्टीरिया के कारण होता है, जिसमें बार-बार पतले दस्त होते हैं और शरीर से पानी की कमी हो जाती है।
- टाइफाइड: यह Salmonella typhi जीवाणु से होता है और इसमें लंबे समय तक बुखार, कमजोरी और भूख न लगना जैसे लक्षण होते हैं।
- पीलिया और हेपेटाइटिस-A: ये दोनों यकृत (लीवर) को प्रभावित करते हैं और दूषित जल व भोजन से फैलते हैं।
इन बीमारियों से बचने के लिए स्वच्छ जल का सेवन और उचित स्वच्छता जरूरी है।
4. जल को स्वच्छ बनाने के घरेलू एवं आधुनिक उपायों का वर्णन कीजिए।
जल को स्वच्छ बनाने के कई घरेलू और आधुनिक उपाय हैं, जिनका प्रयोग करके जलजनित रोगों से बचा जा सकता है। मुख्य उपाय निम्नलिखित हैं:
- उबालना (Boiling): यह सबसे सरल और प्रभावी तरीका है। जल को 10-15 मिनट तक उबालने से बैक्टीरिया, वायरस और परजीवी नष्ट हो जाते हैं।
- छानना (Filtering): कपड़े से छानने से जल की ठोस अशुद्धियाँ दूर होती हैं। इसके अलावा आधुनिक सिरेमिक या सैंड फिल्टर भी उपयोगी होते हैं।
- क्लोरीनेशन (Chlorination): क्लोरीन की गोलियाँ या द्रव डालकर जल को संक्रमण मुक्त किया जा सकता है।
- RO और UV Water Purifiers: ये आधुनिक तकनीकें जल से रासायनिक अशुद्धियाँ, वायरस और भारी धातुएँ हटाती हैं। यह शहरों में अधिक उपयोग किया जाता है।
इन तरीकों का प्रयोग करके हम जल को सुरक्षित बनाकर स्वस्थ जीवन सुनिश्चित कर सकते हैं।
5. जलजनित रोगों की रोकथाम हेतु आवश्यक उपायों की सूची बनाइए।
जलजनित रोगों से बचाव के लिए व्यक्तिगत, घरेलू और सामुदायिक स्तर पर कुछ महत्वपूर्ण सावधानियाँ अपनानी चाहिए:
- ✅ हमेशा उबला या फिल्टर किया हुआ जल ही पिएँ।
- ✅ खाने से पहले और शौच के बाद साबुन से हाथ धोएँ।
- ✅ खुले में शौच नहीं करें और शौचालय का प्रयोग करें।
- ✅ जलस्रोतों को साफ रखें और उनमें कचरा या मल न डालें।
- ✅ वर्षा जल संचयन करते समय फिल्ट्रेशन अवश्य करें।
- ✅ बीमार व्यक्ति को अलग बर्तन व स्वच्छ जल दें।
- ✅ छोटे बच्चों को ORS दें और समय-समय पर चिकित्सक से परामर्श लें।
- ✅ शुद्ध पेयजल के लिए सरकारी योजनाओं व टीकाकरण अभियानों का सहयोग करें।
इन उपायों को अपनाकर हम न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे समाज को जलजनित रोगों से सुरक्षित रख सकते हैं।
Conclusion:Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 7 Notes
Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 7 Notes का यह अध्याय बताता है कि कैसे स्वच्छ जल हमार जीवन, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए अनिवार्य है। जलजनित रोगों का जोखिम कम करने के लिए हमें स्वच्छ जल का नियमित उपयोग करना चाहिए—उबालना, छानना, क्लोरीन या आधुनिक फिल्टरिंग तकनीकों का उपयोग करके। इसके साथ ही स्वच्छता की आदतें जैसे हाथ धोना, खुले में शौच से बचना और जल स्रोतों की सुरक्षा करना जरूरी है। यदि हम व्यक्तिगत व सामूहिक रूप से इन उपायों को अपनाएँ, तो न केवल हम स्वयं स्वस्थ रहेंगे बल्कि हमारे समाज का स्वास्थ्य स्तर भी बेहतर होगा।
FAQs: Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 7 Notes
🔹 Q1: Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 7 किस विषय पर आधारित है?
उत्तर:
Chapter 7 “अच्छे स्वास्थ्य के लिए जल” विषय पर आधारित है, जिसमें जल का स्वास्थ्य में महत्व, स्वच्छ जल की आवश्यकता और जलजनित रोगों की जानकारी दी गई है।
🔹 Q2: स्वच्छ जल क्यों आवश्यक है?
उत्तर:
स्वच्छ जल पीने, भोजन बनाने और साफ-सफाई के लिए आवश्यक है। अशुद्ध जल के सेवन से हैजा, टाइफाइड, डायरिया जैसी बीमारियाँ फैलती हैं। इसीलिए स्वच्छ जल का उपयोग स्वास्थ्य की दृष्टि से अनिवार्य है।
🔹 Q3: जलजनित रोग क्या होते हैं?
उत्तर:
जलजनित रोग वे बीमारियाँ हैं जो दूषित या अशुद्ध जल के सेवन से होती हैं। इनके उदाहरण हैं: हैजा, डायरिया, टाइफाइड, पीलिया और हेपेटाइटिस-A।
🔹 Q4: Class 12 Home Science Chapter 7 के exam में किन topics पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए?
उत्तर:
निम्नलिखित टॉपिक्स परीक्षा दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं:
- जल का शरीर में कार्य
- स्वच्छ जल के स्रोत
- जल को शुद्ध करने के तरीके
- जलजनित रोगों के कारण, लक्षण व रोकथाम
🔹 Q5: Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 7 Notes को कैसे याद रखें?
उत्तर:
- चार्ट और तालिकाओं की मदद से पढ़ें
- पॉइंट्स बनाकर रिवाइज करें
- महत्वपूर्ण शब्दों पर फोकस करें (जैसे “उबालना”, “ORS”, “स्वच्छता”)
- रोज़ 10-15 मिनट इस चैप्टर को रिवाइज करें
🔹 Q6: जलजनित रोगों की रोकथाम कैसे की जा सकती है?
उत्तर:
- उबला या फिल्टर किया हुआ जल पिएँ
- भोजन से पहले हाथ धोएँ
- खुले में शौच से बचें
- जलस्रोतों को स्वच्छ रखें
- ORS और स्वच्छता का पालन करें