Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 9 Notes : आहारीय मिलावट

Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 9 Notes के अंतर्गत हम अध्ययन करते हैं “आहारीय मिलावट: खाने में मिलावट की पहचान और रोकथाम”, जो आज के समय में अत्यंत प्रासंगिक विषय है।
इस अध्याय में बताया गया है कि किस प्रकार हमारे दैनिक खाद्य पदार्थों में मिलावट की जाती है, यह हमारे स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करती है, और इससे बचाव के उपाय क्या हैं।
यह विषय न केवल परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि हर उपभोक्ता को जागरूक बनाने के लिए भी आवश्यक है।

यह नोट्स बिहार बोर्ड के नवीनतम पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न पर आधारित हैं, जो छात्रों को स्पष्ट, सरल और प्रभावी समझ प्रदान करते हैं।

Table of Contents

Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 9 Notes : आहारीय मिलावट – एक गंभीर खाद्य समस्या

1. मिलावट क्या है? (What is Adulteration?)

जब किसी खाद्य पदार्थ में जानबूझकर या गलती से कोई सस्ता, घटिया या हानिकारक तत्व मिला दिया जाए, जिससे उसकी गुणवत्ता, शुद्धता या पोषण मूल्य में कमी आ जाए, तो उसे मिलावट कहा जाता है।

यह दो प्रकार की हो सकती है:

  • जानबूझकर (Intentional): अधिक लाभ कमाने के लिए।
  • अनजाने में (Accidental): सफाई, भंडारण या परिवहन की लापरवाही के कारण।

उदाहरण: दूध में पानी मिलाना, मसालों में रंग मिलाना, दालों में सस्ती दाल जैसे खेसारी मिलाना आदि।

2. मिलावट के प्रकार (Types of Adulteration)

प्रकार कारण उदाहरण
जानबूझकर मिलावट मुनाफा कमाने के उद्देश्य से अनाज में रेत, दूध में पानी, मसालों में रंग
अनजाने में मिलावट सफाई, कीट, परिवहन आदि से अनाज में पत्थर, धूल मिलना

नोट: मिलावट और संदूषण (Contamination) में फर्क है। संदूषण में भोजन में कीटाणु, रसायन या धातु कण आ जाते हैं, जो स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाते हैं।

3. किन खाद्य पदार्थों में मिलावट होती है?

अक्सर मिलावट इन वस्तुओं में पाई जाती है:

  • दूध: पानी, डिटर्जेंट, स्टार्च
  • दाल/अनाज/आटा: पत्थर, कंकड़, खेसारी दाल
  • मसाले: रंग, चोकर, धूल
  • तेल और घी: सस्ते तेलों की मिलावट
  • मिठाइयाँ, खोया, पनीर: स्टार्च, साबुन
  • फल-सब्जियाँ: रसायन और पॉलिश
  • शहद, चीनी, चाय, कॉफी: मिलावट की संभावना अधिक

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4. मिलावट की पहचान कैसे करें? (How to Detect Adulteration)

 घरेलू तरीके:

  • दूध: प्लेट पर डालें — धीरे-धीरे बहने पर शुद्ध। तुरंत बहा तो पानी मिलाया गया है।
  • स्टार्च जांच: आयोडीन डालें — नीला रंग आए तो स्टार्च मिला है।
  • तेल/घी: फ्रीजर में रखने पर शुद्ध घी जम जाता है।
  • मसाले: हल्दी में HCl डालने पर गुलाबी रंग आने से मिलावट पता चलती है।
  • फल/सब्जी: असामान्य चमक से पॉलिश का पता चलता है।

 प्रयोगशाला परीक्षण:

  • रासायनिक परीक्षण (आयोडीन, लिटमस)
  • उपकरणों से विश्लेषण (स्पेक्ट्रोमीटर, माइक्रोस्कोप)

5. मिलावट के स्वास्थ्य पर प्रभाव

मिलावटी खाना खाने से हो सकते हैं:

  • अपच, उल्टी, पेट दर्द
  • किडनी और लिवर की समस्याएं
  • एलर्जी और त्वचा रोग
  • कैंसर तक का खतरा

विशेष उदाहरण:

  • आरजीमोन तेल: ड्रॉप्सी नामक बीमारी
  • खेसारी दाल: लकवे का कारण बन सकती है
  • एस्बेस्टस: पाचन नली का कैंसर

6. मिलावट को रोकने के उपाय

  • ताजे और कम संसाधित खाद्य पदार्थ अपनाएं
  • ISI, Agmark, FSSAI जैसे मानक चिह्न देखें
  • उपभोक्ता जागरूकता बढ़ाएं
  • सरकारी निरीक्षण और कड़े कानून लागू हों
  • भंडारण, पैकेजिंग और सफाई का ध्यान रखें
  • दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो

7. महत्वपूर्ण कानून

  • खाद्य पदार्थ मिलावट निषेध अधिनियम, 1954
  • FSSAI (Food Safety and Standards Authority of India) द्वारा गुणवत्ता मानकों का निर्धारण

8. Summary: Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 9 Notes

  • मिलावट: गुणवत्ता में गिरावट
  • प्रकार: जानबूझकर और अनजाने में
  • जांच: घरेलू व वैज्ञानिक तरीकों से संभव
  • प्रभाव: स्वास्थ्य पर गंभीर असर
  • रोकथाम: जागरूकता, सफाई, कानून पालन जरूरी

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20 Objective Questions – Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 9 Notes

  1. खाद्य पदार्थों में मिलावट का मुख्य उद्देश्य क्या है?
    (A) पोषण बढ़ाना
    (B) लाभ अधिक कमाना
    (C) स्वाद बदलना
    (D) रंग बढ़ाना
    → उत्तर: B

  2. दूध में निम्न में से कौन‑सी चीज मिलाना मिलावट कहलाती है?
    (A) विटामिन
    (B) पानी
    (C) खनिज
    (D) लैक्टोज
    → उत्तर: B

  3. मसालों में मिलावट पहचानने के लिए कौन‑सा परीक्षण उपयोगी हो सकता है?
    (A) तापमान मापना
    (B) दृश्य परीक्षण
    (C) ध्वनि परीक्षण
    (D) बल परीक्षण
    → उत्तर: B

  4. मिलावट के दो मुख्य प्रकार कौन‑से हैं?
    (A) जैविक एवं रासायनिक
    (B) उद्देश्यपूर्ण एवं आपातिक
    (C) प्राकृतिक एवं कलात्मक
    (D) शुद्ध एवं अशुद्ध
    → उत्तर: B

  5. यदि आटे में पत्थर मिल जाए, यह किस प्रकार की मिलावट है?
    (A) रासायनिक
    (B) उद्देश्यपूर्ण
    (C) आपातिक (accidental)
    (D) जैविक
    → उत्तर: C

  6. “एपिडेमिक ड्रॉप्सी” नामक रोग किस मिलावट के कारण हो सकती है?
    (A) मधु में चीनी मिलना
    (B) घी में सस्ता तेल मिलाना
    (C) दूध में पानी मिलाना
    (D) जहरीले तेल (जैसे रसायन मिश्रण) मिलाना
    → उत्तर: D

  7. मिलावट रोकने का एक उपाय है
    (A) अनियंत्रित भंडारण
    (B) उपभोक्ता की अनभिज्ञता
    (C) नियमित परीक्षण एवं निरीक्षण
    (D) कानून न बनाना
    → उत्तर: C

  8. खाद्य मिलावट निषेध अधिनियम भारत में किस वर्ष लागू हुआ?
    (A) 1954
    (B) 1964
    (C) 1974
    (D) 1984
    → उत्तर: A

  9. खाद्य सुरक्षा के लिए भारत में जिम्मेदार संस्था कौन है?
    (A) ISRO
    (B) RBI
    (C) FSSAI
    (D) WHO
    → उत्तर: C

  10. जब मिलावट करने वाला पदार्थ उस खाद्य से मिलता जुलता हो, पर उसकी गुणवत्ता कम हो, इसे क्या कहते हैं?
    (A) शुद्धिकरण
    (B) प्रतिस्थापन
    (C) शुद्धता
    (D) संदूषण
    → उत्तर: B

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  11. मिठाईयों में किस प्रकार की मिलावट आमतौर पर पाई जाती है?
    (A) पानी मिलाना
    (B) स्टार्च मिलाना
    (C) डिटर्जेंट मिलाना
    (D) सभी
    → उत्तर: B

  12. अगर किसी रंगीन मसाले पर एसिड बूंदा जाए और रंग बदल जाए, तो यह क्या इंगित करता है?
    (A) स्वाद
    (B) मिलावट
    (C) गंध
    (D) आर्द्रता
    → उत्तर: B

  13. खाद्य पदार्थों को मिलावट से बचाने के लिए सबसे पहला कदम क्या है?
    (A) अधिक मिलावट करना
    (B) जागरूक उपभोक्ता बनना
    (C) अनियमित परीक्षण
    (D) अनियमित भंडारण
    → उत्तर: B

  14. खाद्य मिलावट का एक खतरा है
    (A) अधिक स्वाद
    (B) रोग उत्पन्न होना
    (C) रंग की चमक
    (D) अधिक महंगाई
    → उत्तर: B

  15. मसाले जैसे हल्दी या लाल मिर्च में रंग मिलाने की क्रिया किस प्रकार की मिलावट है?
    (A) जैविक मिलावट
    (B) उद्देश्यपूर्ण मिलावट
    (C) आपातिक मिलावट
    (D) प्राकृतिक मिलावट
    → उत्तर: B

  16. खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए कानूनी दंड देना किसके अंतर्गत आता है?
    (A) सामाजिक उपाय
    (B) शैक्षिक उपाय
    (C) प्रशासनिक उपाय
    (D) चिकित्सकीय उपाय
    → उत्तर: C

  17. उपभोक्ता को मिलावट से बचाने के लिए निम्न में से कौन‑सा चिह्न देखना चाहिए?
    (A) ISI
    (B) Agmark
    (C) ISO 9000
    (D) None of these
    → उत्तर: B

  18. यदि किसी खाद्य पदार्थ में नमी अधिक हो, तो यह किस समस्या का कारण बन सकती है?
    (A) सड़न
    (B) पॉलिश
    (C) रंग
    (D) स्वाद वृद्धि
    → उत्तर: A

  19. मिलावट की पहचान के लिए प्रयोगशाला परीक्षणों में निम्न में से कौन‑सा शामिल हो सकता है?
    (A) स्पेक्ट्रोमीटर
    (B) माइक्रोस्कोपी
    (C) क्रोमैटोग्राफी
    (D) सभी तीनों
    → उत्तर: D

  20. खाद्य मिलावट की रोकथाम में निम्न में से सबसे महत्वपूर्ण है
    (A) केवल कड़ी सजा
    (B) केवल निरीक्षण
    (C) निरीक्षण + उपभोक्ता जागरूकता + कानून
    (D) केवल विज्ञापन
    → उत्तर: C

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5 Short Answer Questions – Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 9 Notes

प्रश्न 1: मिलावट किसे कहते हैं?

उत्तर:
जब किसी खाद्य पदार्थ में घटिया, हानिकारक या सस्ता पदार्थ मिलाया जाता है या पोषक तत्वों को निकाल दिया जाता है, जिससे उसकी गुणवत्ता कम हो जाए, तो उसे मिलावट कहते हैं। यह उपभोक्ता को धोखा देने का कार्य है।

प्रश्न 2: खाद्य पदार्थों में मिलावट के प्रकार बताइए।

उत्तर:
मिलावट दो प्रकार की होती है:

  1. उद्देश्यपूर्ण मिलावट – जानबूझकर लाभ कमाने के लिए की जाती है।

  2. आपातिक मिलावट – संग्रहण, परिवहन या लापरवाही के कारण अनजाने में हो जाती है।

प्रश्न 3: दालों में मिलावट की एक सामान्य पहचान क्या है?

उत्तर:
दालों में अक्सर खेसारी दाल या रंग मिलाया जाता है।
पहचान के लिए दाल को पानी में डालें — रंगीन पानी या नीचे बैठा हल्का पदार्थ मिलावट की ओर संकेत करता है।

प्रश्न 4: उपभोक्ता मिलावट से कैसे बच सकते हैं?

उत्तर:
उपभोक्ताओं को AGMARK, ISI, FSSAI जैसे प्रमाणित चिह्न वाले उत्पाद ही खरीदने चाहिएं।
उन्हें जागरूक रहकर घरेलू परीक्षणों का प्रयोग करना चाहिए और संदिग्ध उत्पादों की शिकायत करनी चाहिए।

प्रश्न 5: मिलावटी खाद्य पदार्थों से होने वाले दो स्वास्थ्य हानियाँ बताइए।

उत्तर:

  1. मिलावटी खाने से पाचन तंत्र में गड़बड़ी (दस्त, उल्टी) हो सकती है।

  2. लंबे समय तक सेवन करने से गंभीर रोग जैसे किडनी फेल, कैंसर या लकवा तक हो सकता है।

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5 Long Answer Questions – Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 9 Notes

प्रश्न 1: खाद्य पदार्थों में मिलावट क्या है? इसके कारण और प्रकार स्पष्ट कीजिए।

उत्तर:
जब किसी खाद्य पदार्थ में जानबूझकर या अनजाने में सस्ते, हानिकारक या अवांछनीय तत्व मिला दिए जाएँ, जिससे उसकी गुणवत्ता, स्वाद, पोषण या सुरक्षा पर प्रभाव पड़े, तो इसे मिलावट कहते हैं।
मिलावट के मुख्य कारण हैं – अधिक लाभ कमाना, लागत घटाना, उपभोक्ता की अनभिज्ञता, निरीक्षण की कमी और कानून का प्रभावहीन होना।
मिलावट दो प्रकार की होती है:

  1. उद्देश्यपूर्ण मिलावट: यह लाभ के लिए जानबूझकर की जाती है, जैसे – दूध में पानी, मसालों में रंग आदि।

  2. आपातिक या अनजाने में मिलावट: यह संग्रहण, धूल, कीड़े, नमी आदि के कारण होती है, जैसे – अनाज में पत्थर, कीड़े आदि।

मिलावट से खाद्य की गुणवत्ता घटती है और यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक होती है।

प्रश्न 2: खाद्य पदार्थों में मिलावट के दुष्प्रभावों का वर्णन कीजिए।

उत्तर:
मिलावटी खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरे उत्पन्न करते हैं। इनके सेवन से तुरंत प्रभाव (acute effects) और दीर्घकालिक प्रभाव (chronic effects) दोनों हो सकते हैं।

कुछ सामान्य दुष्प्रभाव इस प्रकार हैं:

  • पाचन विकार: उल्टी, दस्त, पेट दर्द, गैस आदि।

  • एलर्जी: त्वचा पर दाने, खुजली, सूजन।

  • गंभीर बीमारियाँ:

    • खेसारी दाल से लकवा (Lathyrism)

    • जहरीले तेल से एपिडेमिक ड्रॉप्सी

    • सिंथेटिक रंगों से कैंसर

    • अधिक रसायन वाले फलों से किडनी / लीवर खराब

मिलावट बच्चों, गर्भवती महिलाओं और वृद्धों के लिए अधिक खतरनाक होती है। इसलिए मिलावट को रोकना अत्यंत आवश्यक है।

प्रश्न 3: खाद्य पदार्थों में मिलावट की पहचान के घरेलू एवं वैज्ञानिक उपायों का वर्णन कीजिए।

उत्तर:
मिलावट की पहचान दो तरीकों से की जा सकती है — घरेलू परीक्षण और वैज्ञानिक परीक्षण

1. घरेलू पहचान के तरीके:

  • दूध में पानी: एक बूंद काँच की प्लेट पर डालो — मिलावटी दूध जल्दी बहता है।

  • स्टार्च की पहचान: दूध/मिठाई में आयोडीन डालने पर नीला रंग आए तो स्टार्च मिला है।

  • हल्दी: HCl डालने पर गुलाबी रंग आने से मिलावट की पुष्टि होती है।

  • तेल: फ्रीज करने पर परत बननी चाहिए — न बने तो मिलावट है।

2. वैज्ञानिक / प्रयोगशाला परीक्षण:

  • क्रोमैटोग्राफी – रंग मिलावट की जांच।

  • माइक्रोस्कोपी – छोटे कणों की पहचान।

  • स्पेक्ट्रोमीटर, अभिकारक परीक्षण – विश्लेषण हेतु।

इन तरीकों से उपभोक्ता मिलावटी खाद्य की पहचान कर सकते हैं और आवश्यक कार्यवाही कर सकते हैं।

प्रश्न 4: उपभोक्ता खाद्य मिलावट से कैसे बच सकता है? विस्तार से समझाइए।

उत्तर:
उपभोक्ता स्वयं जागरूक रहकर मिलावट से बच सकता है। इसके लिए निम्न उपायों का पालन करना चाहिए:

  1. प्रमाणित उत्पाद खरीदें: AGMARK, ISI, FSSAI जैसे मानकों वाले उत्पाद ही लें।

  2. घरेलू परीक्षण करें: दूध, मसाले, मिठाई आदि की शुद्धता जाँचने हेतु सरल परीक्षण करें।

  3. पैकेजिंग जांचें: खाद्य उत्पाद पर समाप्ति तिथि, बैच नंबर, निर्माता का नाम आदि जाँचना चाहिए।

  4. खुले माल से बचें: खुले में बिकने वाले खाद्य पदार्थों में मिलावट की संभावना अधिक होती है।

  5. शिकायत करें: अगर मिलावट का संदेह हो तो उपभोक्ता फोरम या खाद्य विभाग में शिकायत करें।

इस प्रकार सजग और सतर्क उपभोक्ता ही मिलावट के विरुद्ध सबसे बड़ा हथियार है।

Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 9 Notes : आहारीय मिलावट
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प्रश्न 5: खाद्य मिलावट रोकने हेतु कानून और सरकारी प्रयासों का विवरण दीजिए।

उत्तर:
भारत सरकार ने मिलावट रोकने के लिए कई कानून बनाए हैं और संस्थाएँ स्थापित की हैं:

  1. खाद्य पदार्थ मिलावट निषेध अधिनियम, 1954: इस अधिनियम के तहत मिलावटी पदार्थ बेचने, बनाने या रखने पर जुर्माना और जेल की सजा का प्रावधान है।

  2. FSSAI (Food Safety and Standards Authority of India):
    यह संस्था खाद्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने, निरीक्षण करने और मानक तय करने का कार्य करती है।

  3. AGMARK, ISI, FPO जैसे चिह्न:
    उपभोक्ता इन मानकों के माध्यम से शुद्ध उत्पाद पहचान सकते हैं।

  4. जागरूकता अभियान:
    सरकार विभिन्न माध्यमों से मिलावट के खिलाफ जागरूकता फैलाती है।

  5. निरीक्षण और सैंपल जांच:
    समय-समय पर बाजार में खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग और प्रयोगशाला परीक्षण किए जाते हैं।

इन प्रयासों से खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहायता मिलती है।

5 FAQs : Bihar Board Class 12 Home Science Chapter 9

Q1: आहारीय मिलावट किसे कहते हैं?

उत्तर: जब किसी खाद्य पदार्थ में सस्ते, हानिकारक या अवांछनीय तत्व मिला दिए जाते हैं जिससे उसकी गुणवत्ता व पोषण घट जाता है, तो उसे आहारीय मिलावट कहा जाता है।

Q2: खाने में मिलावट के कितने प्रकार होते हैं?

उत्तर: मुख्यतः दो प्रकार के मिलावट होते हैं —

  1. उद्देश्यपूर्ण (Intentional)

  2. आकस्मिक/आपातिक (Incidental)

Q3: मिलावटी खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव डालते हैं?

उत्तर: ये पाचन तंत्र की समस्या, एलर्जी, कैंसर, लकवा और अन्य गंभीर रोगों का कारण बन सकते हैं।

Q4: उपभोक्ता मिलावट से कैसे बच सकते हैं?

उत्तर: AGMARK या ISI जैसे प्रमाणित उत्पाद खरीदें, घरेलू परीक्षण करें, और संदिग्ध उत्पाद की शिकायत करें।

Q5: इस विषय से Bihar Board Class 12 की परीक्षा में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं?

उत्तर: इस अध्याय से Objective, Short Answer और Long Answer तीनों प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं। साथ ही घरेलू परीक्षणों पर आधारित सवाल भी आते हैं।

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