Class 12 History Chapter 7 Notes में आप जानेंगे उस ऐतिहासिक काल के बारे में जब भारत में न केवल धार्मिक गतिविधियाँ तेज़ थीं बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक और स्थापत्य विकास भी चरम पर था। यह अध्याय विद्यार्थियों को मध्यकालीन भारत के धार्मिक विश्वासों, मंदिरों, भक्ति और सूफी परंपराओं की गहराई से जानकारी देता है।
Textbook | Bihar Board / NCERT |
---|---|
Class | Class 12 |
Subject | HISTORY |
Chapter | Chapter – 7 |
Chapter Name | विजयनगर साम्राज्य: एक समृद्ध परंपरा |
Category | Class 12 History Chapter 7 Notes |
Medium | Hindi |
प्रस्तावना – Class 12 History Chapter 7 Notes
विजयनगर साम्राज्य दक्षिण भारत का एक समृद्ध और शक्तिशाली राज्य था, जिसकी स्थापना 14वीं शताब्दी में हुई। यह साम्राज्य न केवल राजनीतिक और सैन्य शक्ति के लिए प्रसिद्ध था, बल्कि इसकी सांस्कृतिक विरासत, मंदिर स्थापत्य और आर्थिक व्यवस्था भी अद्वितीय रही है।
✧ मुख्य बिंदु / परीक्षा के लिए महत्त्वपूर्ण नोट्स
🔷 1. स्थापना और संस्थापक
-
स्थापना: 1336 ई. में
-
संस्थापक: हरिहर और बुक्का (संगम वंश)
-
स्थान: तुंगभद्रा नदी के तट पर – आधुनिक हम्पी (कर्नाटक)
-
प्रारंभ में संगम वंश, बाद में सालुव, तुलुव, और अरविदु वंश।
2. प्रमुख शासक
शासक | उपलब्धियाँ |
---|---|
कृष्णदेव राय (1509–1529) | विजयनगर का स्वर्ण युग, साहित्य, कला और युद्धनीति में दक्ष |
हरिहर और बुक्का | साम्राज्य की नींव रखी, मुस्लिम आक्रमणों से रक्षा |
अच्युत राय | कृष्णदेव राय के उत्तराधिकारी |
🔷 3. प्रशासनिक व्यवस्था
-
राज्य का विभाजन: मंडल → नाडु → गाँव
-
अधिकारियों: नायक (सेनापति), अमात्य, दण्डनायक
-
नायकर प्रणाली: सेना और भू-राजस्व व्यवस्था में प्रमुख भूमिका
🔷 4. आर्थिक व्यवस्था
-
कृषि और सिंचाई (तालाब, नहरें)
-
भीड़भाड़ वाले बाज़ार और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
-
वस्त्र, मसाले, घोड़े, हीरे का व्यापार
-
विदेशी यात्रियों (जैसे डोमिंगो पेस, निकोलो कॉन्टी, अब्दुर रज्जाक) ने समृद्धि का वर्णन किया
🔷 5. धर्म और संस्कृति
-
सभी धर्मों का सम्मान (हिंदू धर्म प्रधान)
-
शैव, वैष्णव और वीरशैव सम्प्रदायों का प्रभाव
-
धार्मिक सहिष्णुता
🔷 6. स्थापत्य और कला
-
मंदिर निर्माण शैली – डॉविड़ शैली का उत्कर्ष
-
विट्ठल मंदिर, हजारराम मंदिर, हेमकुटा समूह
-
राजमहल, अश्व-शाला, बाजार सड़कें
-
नक्काशी, गोपुरम, मंडप और रथ–शैली
🔷 7. पतन के कारण
-
1565 ई. – तालीकोटा का युद्ध
-
बहमनी सल्तनतों से हार
-
राजधानी हम्पी का विनाश
Mind Map – Class 12 History Chapter 7 Notes
✧ 1. स्थापना और संस्थापक
-
वर्ष: 1336 ई.
-
संस्थापक: हरिहर और बुक्का
-
नदी के किनारे: तुंगभद्रा (हम्पी)
-
वंश: संगम, सालुव, तुलुव, अरविदु
✧ 2. प्रमुख शासक
-
कृष्णदेव राय – स्वर्ण युग, साहित्य व युद्ध नीति
-
हरिहर, बुक्का – स्थापना और विस्तार
-
अच्युत राय – उत्तराधिकारी
✧ 3. प्रशासनिक व्यवस्था
-
नायकर प्रणाली
-
राज्य → मंडल → नाडु → गाँव
-
अधिकारी: नायक, अमात्य, दण्डनायक
✧ 4. आर्थिक व्यवस्था
-
कृषि और सिंचाई (नहरें, तालाब)
-
व्यापार – वस्त्र, मसाले, घोड़े, हीरे
-
विदेशी यात्री: अब्दुर रज्जाक, निकोलो कॉन्टी, डोमिंगो पेस
✧ 5. धर्म और संस्कृति
-
धर्म: शैव, वैष्णव, वीरशैव
-
धार्मिक सहिष्णुता
-
मंदिरों में सामाजिक जीवन का केंद्र
✧ 6. स्थापत्य और कला
-
शैली: द्रविड़ स्थापत्य
-
प्रमुख मंदिर: विट्ठल मंदिर, हजारराम मंदिर
-
विशेषताएँ: गोपुरम, मंडप, रथ शैली, मूर्ति-शिल्प
✧ 7. पतन
-
1565 ई. – तालीकोटा का युद्ध
-
बहमनी सल्तनतों की संयुक्त सेना से हार
-
हम्पी का विनाश
✧ 8. निष्कर्ष
-
दक्षिण भारत का समृद्ध, शक्तिशाली साम्राज्य
-
स्थापत्य, संस्कृति और प्रशासन में ऐतिहासिक योगदान
✧ महत्त्व और निष्कर्ष
विजयनगर साम्राज्य राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टि से दक्षिण भारत का सबसे समृद्ध साम्राज्य था। इसकी स्थापत्य कला और प्रशासनिक प्रणाली आज भी इतिहासकारों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। विदेशी यात्रियों के विवरण इस राज्य की समृद्धि का प्रमाण देते हैं।
बिलकुल! नीचे दिए गए हैं “विजयनगर साम्राज्य” (Class 12 History Chapter – 1) से संबंधित 20 महत्वपूर्ण Objective Questions (MCQs) जो परीक्षा के दृष्टिकोण से उपयोगी हैं। सभी प्रश्नों के उत्तर ✅ चिन्ह के साथ दिए गए हैं।
✅ 20 Objective Questions – Class 12 History Chapter 7 Notes
- विजयनगर साम्राज्य की स्थापना कब हुई थी?
A) 1236 ई.
B) 1336 ई. ✅
C) 1436 ई.
D) 1536 ई.
- विजयनगर साम्राज्य की स्थापना किसने की थी?
A) कृष्णदेव राय
B) देवराय प्रथम
C) हरिहर और बुक्का ✅
D) रामचंद्र
- विजयनगर साम्राज्य की राजधानी क्या थी?
A) बेल्लारी
B) विजयनगर
C) हम्पी ✅
D) मदुरै
- विजयनगर साम्राज्य किस नदी के तट पर बसा था?
A) गोदावरी
B) कृष्णा
C) तुंगभद्रा ✅
D) कावेरी
- विजयनगर साम्राज्य में सबसे शक्तिशाली राजा कौन माना जाता है?
A) हरिहर प्रथम
B) बुक्का राय
C) कृष्णदेव राय ✅
D) देवराय द्वितीय
- कृष्णदेव राय किस वंश से संबंधित थे?
A) संगम
B) सलुव
C) तुलुव ✅
D) अराविदु
- कृष्णदेव राय के समय विजयनगर साम्राज्य का संबंध किस प्रसिद्ध उत्तर भारतीय राजा से था?
A) बाबर
B) शेरशाह
C) राणा सांगा ✅
D) हुमायूं
- विजयनगर साम्राज्य के विषय में जानकारी देने वाला प्रमुख विदेशी यात्री कौन था?
A) अलबरूनी
B) इब्न बतूता
C) डोमिंगो पायस ✅
D) मार्को पोलो
- डोमिंगो पायस किस देश से आया था?
A) फ्रांस
B) पुर्तगाल ✅
C) इटली
D) स्पेन
- विजयनगर साम्राज्य में कौन-सी वास्तुकला शैली प्रसिद्ध थी?
A) मुगल
B) द्रविड़ ✅
C) नागर
D) बौद्ध
- विजयनगर साम्राज्य के पतन का प्रमुख कारण क्या था?
A) भीतरी कलह
B) बाहरी आक्रमण
C) तालीकोटा का युद्ध ✅
D) प्रशासनिक भ्रष्टाचार
- तालीकोटा का युद्ध किस वर्ष हुआ था?
A) 1565 ई. ✅
B) 1555 ई.
C) 1575 ई.
D) 1585 ई.
- तालीकोटा के युद्ध में विजयनगर की हार किससे हुई थी?
A) पुर्तगालियों से
B) बहमनी राज्यों के संघ से ✅
C) मुगलों से
D) मराठों से - विजयनगर साम्राज्य में ‘नायक’ कौन थे?
A) पुजारियों का वर्ग
B) कृषक
C) स्थानीय सेना प्रमुख ✅
D) व्यापारी - विजयनगर काल में किस भाषा का विशेष विकास हुआ?
A) हिंदी
B) तमिल
C) तेलुगु ✅
D) मराठी
- हम्पी आज किस राज्य में स्थित है?
A) तमिलनाडु
B) आंध्र प्रदेश
C) कर्नाटक ✅
D) तेलंगाना
- कृष्णदेव राय ने किस प्रसिद्ध ग्रंथ की रचना की थी?
A) अमुक्तमाल्यदा ✅
B) रामचरितमानस
C) तुजुक-ए-बाबरी
D) रघुवंश
- ‘अमुक्तमाल्यदा’ किस भाषा में लिखी गई थी?
A) संस्कृत
B) तेलुगु ✅
C) कन्नड़
D) हिंदी
- विजयनगर के किस शासक को ‘आंध्रभोज’ कहा जाता है?
A) हरिहर
B) देवराय
C) कृष्णदेव राय ✅
D) बुक्का राय
- विजयनगर साम्राज्य की सेना में किस तकनीकी का उपयोग होता था?
A) तोपखाना ✅
B) रॉकेट
C) समुद्री नौसेना
D) हवाई जहाज
Short Answer Questions: Class 12 History Chapter 7 Notes
1. विजयनगर साम्राज्य की स्थापना कब और किसने की थी?
उत्तर:
-
विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ई. में हुई थी।
-
इसे हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने मिलकर स्थापित किया था।
-
ये दोनों पहले काकतीय राज्य के सेवक थे और बाद में संगम वंश के पहले शासक बने।
2. विजयनगर की राजधानी हम्पी कहाँ स्थित थी और उसका क्या महत्व था?
उत्तर:
-
हम्पी वर्तमान में कर्नाटक राज्य में स्थित है।
-
यह शहर तुंगभद्रा नदी के किनारे बसा था।
-
यह विजयनगर साम्राज्य की राजधानी और एक प्रमुख व्यापारिक व धार्मिक केंद्र था।
-
इसकी वास्तुकला और मंदिर आज भी ऐतिहासिक महत्व रखते हैं।
3. कृष्णदेव राय की प्रमुख उपलब्धियाँ क्या थीं?
उत्तर:
-
कृष्णदेव राय तुलुव वंश के सबसे प्रसिद्ध शासक थे।
-
उन्होंने उत्तरी और दक्षिणी भारत में कई युद्ध जीते।
-
उनकी शासनकाल में कला, साहित्य और वास्तुकला का उत्कर्ष हुआ।
-
उन्होंने तेलुगु में ‘अमुक्तमाल्यदा’ नामक ग्रंथ लिखा।
4. तालीकोटा का युद्ध कब और क्यों हुआ?
उत्तर:
-
यह युद्ध 1565 ई. में लड़ा गया था।
-
विजयनगर साम्राज्य और दक्कन सल्तनतों (बिजापुर, अहमदनगर, गोलकुंडा आदि) के बीच यह युद्ध हुआ।
-
विजयनगर की हार के बाद साम्राज्य का पतन शुरू हो गया।
-
इस युद्ध को विजयनगर के अंत का कारण माना जाता है।
5. विजयनगर साम्राज्य में ‘नायक’ किसे कहा जाता था?
उत्तर:
-
‘नायक’ विजयनगर साम्राज्य में स्थानीय सेना प्रमुख होते थे।
-
उन्हें राज्य की सेवा के बदले भूमि प्रदान की जाती थी।
-
वे अपने क्षेत्र में प्रशासन, कर वसूली और सुरक्षा का कार्य संभालते थे।
-
यह एक तरह की फ्यूडल प्रणाली (जमींदारी व्यवस्था) थी।
Long Answer Questions – Class 12 History Chapter 7 Notes
1. विजयनगर साम्राज्य की स्थापना और प्रमुख वंशों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ई. में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी, जो पूर्व में काकतीय वंश के सेवक थे। वे संत विद्यारण्य से प्रेरित होकर हिंदू राज्य की स्थापना करना चाहते थे।
विजयनगर साम्राज्य में चार प्रमुख वंशों ने शासन किया:
- संगम वंश (1336–1485) – संस्थापक वंश।
- सलुव वंश (1485–1505) – अल्पकालिक लेकिन महत्वपूर्ण वंश।
- तुलुव वंश (1505–1570) – जिसमें कृष्णदेव राय जैसे महान शासक हुए।
- अराविदु वंश (1570–1646) – तालीकोटा युद्ध के बाद सत्ता में आया।
इन वंशों ने मिलकर विजयनगर को दक्षिण भारत का शक्तिशाली और समृद्ध साम्राज्य बनाया।
2. कृष्णदेव राय के शासन की प्रमुख विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
कृष्णदेव राय (शासनकाल: 1509–1529 ई.) तुलुव वंश के महान शासक थे। उनके शासन की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:
- उन्होंने उड़ीसा, बहमनी, बीजापुर जैसे शासकों को हराकर साम्राज्य को विस्तृत किया।
- उनका शासनकाल शांति, समृद्धि और संस्कृति का स्वर्ण युग माना जाता है।
- उन्होंने कई भव्य मंदिरों और स्थापत्य निर्माण करवाए, जैसे – विट्ठल मंदिर, हज़ारा राम मंदिर।
- वे एक विद्वान राजा थे। उन्होंने तेलुगु में ‘अमुक्तमाल्यदा’ नामक प्रसिद्ध ग्रंथ लिखा।
- वे धर्मनिरपेक्ष थे और सभी धर्मों को समान सम्मान देते थे।
3. विजयनगर साम्राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
विजयनगर साम्राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था संगठित और प्रभावशाली थी:
- राजा सर्वोच्च सत्ता होता था, जिसे धर्म का रक्षक माना जाता था।
- साम्राज्य को मंडलों, नाडु, सिमाओं और ग्रामों में विभाजित किया गया था।
- नायक प्रणाली के तहत नायकों को ज़मीनी अधिकार और सेना रखने की अनुमति थी।
- कर प्रणाली व्यवस्थित थी – भूमि कर, व्यापारिक कर आदि वसूले जाते थे।
- न्याय व्यवस्था कठोर थी, और राजा स्वयं भी उच्च न्यायाधीश होता था।
यह व्यवस्था साम्राज्य की एकता और स्थायित्व बनाए रखने में सहायक थी।
4. तालीकोटा के युद्ध के कारण और परिणाम क्या थे?
उत्तर:
तालीकोटा का युद्ध 1565 ई. में विजयनगर और दक्कन की मुस्लिम सल्तनतों (अहमदनगर, बीजापुर, गोलकुंडा और बीदर) के गठबंधन के बीच हुआ।
कारण:
- विजयनगर की बढ़ती शक्ति से दक्कन के सुल्तान चिंतित थे।
- कृष्णदेव राय के बाद शासन कमजोर हो गया था।
- सांप्रदायिक और राजनीतिक मतभेद गहरे हो गए थे।
परिणाम:
- विजयनगर की सेना को भारी हार का सामना करना पड़ा।
- राजधानी हम्पी को लूटकर नष्ट कर दिया गया।
- इसके बाद साम्राज्य क्षीण और कमजोर होता गया।
- हालांकि अराविदु वंश ने शासन जारी रखा, लेकिन पहले जैसी शक्ति नहीं रही।
5. विजयनगर साम्राज्य की कला, वास्तुकला और साहित्य में योगदान पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
विजयनगर साम्राज्य कला, स्थापत्य और साहित्य के क्षेत्र में अत्यंत उन्नत था:
- वास्तुकला: हम्पी में बने विट्ठल मंदिर, हज़ारा राम मंदिर, स्तंभित मंडप, रथ मंदिर आदि स्थापत्य कला के अद्भुत उदाहरण हैं।
- मूर्तिकला: भव्य मूर्तियाँ, गजदंत स्तंभ, और नक्काशीदार दीवारें साम्राज्य की सांस्कृतिक उन्नति को दर्शाती हैं।
- साहित्य: तेलुगु, कन्नड़, संस्कृत और तमिल में रचनाएँ लिखी गईं। कृष्णदेव राय की ‘अमुक्तमाल्यदा’ एक प्रसिद्ध रचना है।
- संगीत और नृत्य: मंदिरों में संगीत सभा और नृत्य प्रस्तुति की परंपरा थी।
- विजयनगर कला पर द्रविड़ शैली का गहरा प्रभाव देखा जाता है।
इन योगदानों के कारण विजयनगर आज भी भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का अनमोल हिस्सा है।
Conclusion : Class 12 History Chapter 7 Notes
Class 12 History Chapter 7 Notes के माध्यम से आप भारत के मध्यकालीन धार्मिक आंदोलनों, स्थापत्य कला और समाज में आए परिवर्तनों की व्यापक समझ प्राप्त कर पाएँगे। यह अध्याय न सिर्फ परीक्षा में महत्वपूर्ण है, बल्कि इतिहास की गहराई को समझने के लिए भी अत्यंत उपयोगी है।
अगर आप बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो यह पोस्ट आपके लिए एक सम्पूर्ण अध्ययन सामग्री का कार्य करेगी।