Class 12 History Notes Chapter 12 में हम औपनिवेशिक काल के भारत के शहरों और जीवनशैली के बदलावों का अध्ययन करते हैं। इस अध्याय में कोलकाता, बॉम्बे और मद्रास जैसे प्रमुख औपनिवेशिक शहरों के विकास के साथ-साथ 1911 में भारत की राजधानी कोलकाता से दिल्ली स्थानांतरित होने की प्रक्रिया को समझाया गया है। शहरों के नियोजन, नस्लीय और सामाजिक भेदभाव, औद्योगिकीकरण और शहरों के दैनिक जीवन पर इनके प्रभाव को भी विस्तार से बताया गया है। यह अध्याय छात्रों को औपनिवेशिक शहरीकरण की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक पृष्ठभूमि को समझने में मदद करता है।
Textbook | Bihar Board / NCERT |
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Class | Class 12 |
Subject | HISTORY |
Chapter | Chapter – 12 |
Chapter Name | औपनिवेशिक शहर और जीवनशैली |
Category | Class 12 History Notes Chapter 12 |
Medium | Hindi |
Class 12 History Notes Chapter 12: औपनिवेशिक शहर और जीवनशैली
✧ परिचय:Class 12 History Notes Chapter 12
जब ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और बाद में ब्रिटिश सरकार ने भारत पर अपना शासन स्थापित किया, तब भारत में औपनिवेशिक शहरों का विकास हुआ।
यह शहर औपनिवेशिक प्रशासन, व्यापार और सैन्य गतिविधियों का केंद्र बन गए।
इन शहरों में नए प्रकार की जीवनशैली, समाज व्यवस्था और आर्थिक गतिविधियाँ उभरीं, जो पुराने पारंपरिक शहरों से भिन्न थीं।
✧ औपनिवेशिक शहरों के लक्षण
- नए शहरों का निर्माण – कोलकाता, मुंबई, चेन्नई जैसे शहर ब्रिटिशों ने प्रशासन और व्यापार के लिए विकसित किए।
- शहरी योजना – अंग्रेज़ों ने शहरों में बस्तियों को अलग-अलग वर्गों में बांटा, जैसे यूरोपियन क्वार्टर, भारतीय बस्तियाँ।
- ट्रांसपोर्ट और संचार – रेलवे, सड़कें, बंदरगाह विकसित किए गए, जिससे शहरों का विस्तार हुआ।
- औद्योगिक और व्यापारिक केंद्र – कपड़ा मिलें, बंदरगाह और व्यापारिक हब उभरे।
- औपनिवेशिक प्रशासन केंद्र – किले, सरकारी कार्यालय, पुलिस स्टेशन बने।
✧ औपनिवेशिक जीवनशैली
1. ब्रिटिश अधिकारी और यूरोपियन समाज
- बड़े-बड़े बंगले और क्लब बने, जहाँ अंग्रेज़ अधिकारी मिलते थे।
- ब्रिटिश समाज ने भारतीय समाज से खुद को अलग रखा।
- उनकी जीवनशैली में भिन्नता – उच्च दर्जे के खान-पान, पोशाक, मनोरंजन।
2. भारतीयों की जीवनशैली में बदलाव
- कुछ अमीर भारतीय अंग्रेज़ी शिक्षा ग्रहण करने लगे।
- नए व्यापार और नौकरी के अवसर शहरों में बढ़े।
- मगर अधिकांश भारतीय गरीब, घनी आबादी वाले इलाकों में रहते थे।
3. नवीन सामाजिक समूह
- व्यापारी वर्ग (बिजनेस मैन), नौकरीपेशा लोग, शिक्षित मध्यम वर्ग उभरा।
- शिक्षित युवाओं में नई सोच, राष्ट्रवाद की भावना बढ़ी।
4. शहरी समस्याएँ
- भीड़भाड़, गंदगी, पानी की कमी, स्वच्छता की समस्या।
- गरीबी, बेघरपन बढ़ा।
- आबादी वृद्धि से आवास की कमी।
✧ औपनिवेशिक शहरों के उदाहरण
शहर | विशेषता |
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कोलकाता | ब्रिटिश राजधानी, व्यापारिक और प्रशासनिक केंद्र |
मुंबई | बंदरगाह, कपड़ा उद्योग, आर्थिक केंद्र |
चेन्नई | प्रशासनिक केंद्र, सैन्य छावनी |
हैदराबाद | निज़ामी शासन, मिश्रित सांस्कृतिक प्रभाव |
✧ महत्वपूर्ण बिंदु: Class 12 History Notes Chapter 12
- औपनिवेशिक शहरों ने भारत की आर्थिक और सामाजिक संरचना में बड़ा बदलाव किया।
- अंग्रेज़ों ने शहरों को वर्गीकृत किया – यूरोपीय और भारतीय इलाकों में।
- नई जीवनशैली और शिक्षा ने राष्ट्रीय जागरूकता को जन्म दिया।
- शहरी समस्याओं ने सामाजिक सुधार आंदोलनों को बढ़ावा दिया।
Quick Revision Chart: Class 12 History Notes Chapter 12
विषय | विवरण |
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औपनिवेशिक शहर | कोलकाता, मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद |
शहरों की योजना | वर्गीकृत बस्तियाँ – यूरोपियन क्वार्टर, भारतीय क्षेत्र |
जीवनशैली के प्रकार | ब्रिटिश अधिकारी – आलीशान जीवन, भारतीय – विविध जीवनशैली |
सामाजिक प्रभाव | नई शिक्षा, मध्य वर्ग का विकास, राष्ट्रवाद |
शहरी समस्याएँ | भीड़भाड़, गंदगी, पानी की कमी, गरीबी |
माइनड मैप: Class 12 History Notes Chapter 12
औपनिवेशिक शहर और जीवनशैली
- औपनिवेशिक शहरों के लक्षण
- नए शहर (कोलकाता, मुंबई, चेन्नई)
- शहरी योजना (यूरोपीय और भारतीय क्षेत्र)
- रेलवे, सड़कें, बंदरगाह
- प्रशासनिक केंद्र
- ब्रिटिश अधिकारी जीवनशैली
- आलीशान बंगले
- क्लब और सामाजिक जीवन
- पश्चिमी खान-पान और पोशाक
- भारतीय जीवनशैली
- अंग्रेज़ी शिक्षा का प्रसार
- मध्यम वर्ग का विकास
- व्यापार और नौकरियाँ
- नवीन सामाजिक वर्ग
- व्यापारी वर्ग
- नौकरीपेशा वर्ग
- शिक्षित युवा
- शहरी समस्याएँ
- भीड़भाड़
- गंदगी और स्वच्छता की कमी
- पानी की समस्या
- गरीबी और बेघरपन
- सामाजिक प्रभाव
Objective Question-Class 12 History Notes Chapter 12
1. अंग्रेजों ने भारत में किन नगरों को तीन प्रमुख प्रेसिडेंसी शहरों के रूप में विकसित किया था?
A. दिल्ली, आगरा, लखनऊ
B. मद्रास, बॉम्बे, कलकत्ता
C. सूरत, अहमदाबाद, जयपुर
D. काशी, पटना, जयपुर
✅ उत्तर: B. मद्रास, बॉम्बे, कलकत्ता
2. बॉम्बे अंग्रेजों को कैसे प्राप्त हुआ था?
A. युद्ध में जीत के बाद
B. पुर्तगाल से खरीदा गया
C. पुर्तगाल से दहेज में मिला
D. फ्रांस से संधि के बाद
✅ उत्तर: C. पुर्तगाल से दहेज में मिला
3. नई दिल्ली का निर्माण कब शुरू हुआ था?
A. 1911
B. 1912
C. 1913
D. 1914
✅ उत्तर: B. 1912
4. भारत की राजधानी को 1911 में कलकत्ता से किस नगर में स्थानांतरित किया गया?
A. बॉम्बे
B. लखनऊ
C. दिल्ली
D. मद्रास
✅ उत्तर: C. दिल्ली
5. नई दिल्ली की रूपरेखा किसने तैयार की थी?
A. चार्ल्स कोरेया
B. एडविन लुटियन्स और हर्बर्ट बेकर
C. ब्रायन क्लार्क
D. फ्रैंक लॉयड राइट
✅ उत्तर: B. एडविन लुटियन्स और हर्बर्ट बेकर
6. ‘ब्लैक टाउन’ किसे कहा जाता था?
A. ब्रिटिश बस्ती
B. औद्योगिक क्षेत्र
C. भारतीयों की बस्ती
D. सैन्य क्षेत्र
✅ उत्तर: C. भारतीयों की बस्ती
7. किस नगर को ‘इंपीरियल सिटी’ के रूप में विकसित किया गया था?
A. कोलकाता
B. दिल्ली
C. बॉम्बे
D. मद्रास
✅ उत्तर: B. दिल्ली
8. अंग्रेजों द्वारा स्थापित भारत का पहला नगर निगम कहाँ बना था?
A. दिल्ली
B. कोलकाता
C. मद्रास
D. बॉम्बे
✅ उत्तर: C. मद्रास
9. औपनिवेशिक भारत में रेलवे का मुख्य उद्देश्य क्या था?
A. तीर्थ यात्रा को बढ़ावा देना
B. ब्रिटिश व्यापार को सुगम बनाना
C. भारतीय किसानों को सुविधा देना
D. शिक्षा प्रसार
✅ उत्तर: B. ब्रिटिश व्यापार को सुगम बनाना
10. दिल्ली दरबार 1911 में कहाँ आयोजित हुआ था?
A. पुरानी दिल्ली
B. आगरा
C. किंग्सवे कैंप
D. चांदनी चौक
✅ उत्तर: C. किंग्सवे कैंप
11. किस काल में ‘किलेबंद शहरों’ का विकास हुआ था?
A. मौर्य काल
B. मुगल काल
C. ब्रिटिश काल
D. गुप्त काल
✅ उत्तर: B. मुगल काल
12. ‘बॉम्बे टाइम’ किस उद्देश्य से शुरू किया गया था?
A. स्कूल के लिए समय निर्धारण
B. रेल सेवाओं के समय निर्धारण के लिए
C. कोर्ट के समय निर्धारण के लिए
D. फैक्ट्री समय के लिए
✅ उत्तर: B. रेल सेवाओं के समय निर्धारण के लिए
13. दिल्ली के पुनर्निर्माण में कौन-सा वास्तुशिल्पीय तत्व शामिल था?
A. मुगल शैली
B. औपनिवेशिक शैली
C. यूरोपीय और भारतीय मिश्रित शैली
D. पारसी शैली
✅ उत्तर: C. यूरोपीय और भारतीय मिश्रित शैली
14. ब्रिटिश काल में शहरों में रहने की स्थिति कैसी थी?
A. अत्यधिक सुव्यवस्थित
B. समान रूप से विकसित
C. जातीय और वर्गीय भेदभाव युक्त
D. पूरी तरह से भारतीय नियंत्रण में
✅ उत्तर: C. जातीय और वर्गीय भेदभाव युक्त
15. किस कारण से भारतीयों को ‘व्हाइट टाउन’ में प्रवेश नहीं करने दिया जाता था?
A. सुरक्षा कारण
B. सफाई के कारण
C. नस्लीय भेदभाव
D. धार्मिक कारण
✅ उत्तर: C. नस्लीय भेदभाव
16. अंग्रेजों के नगर नियोजन का प्रमुख उद्देश्य क्या था?
A. सुंदरता बढ़ाना
B. भारतीयों को सुविधाएँ देना
C. सत्ता और नियंत्रण को दर्शाना
D. धार्मिक समन्वय
✅ उत्तर: C. सत्ता और नियंत्रण को दर्शाना
17. ब्रिटिश काल में सबसे तेजी से विकसित होने वाला उद्योग कौन-सा था?
A. हथकरघा
B. लोहा-इस्पात
C. कपड़ा उद्योग
D. तेल उद्योग
✅ उत्तर: C. कपड़ा उद्योग
18. ‘व्हाइट टाउन’ किसके लिए बनाए गए थे?
A. भारतीय राजाओं के लिए
B. यूरोपीय व्यापारियों के लिए
C. अंग्रेजों और यूरोपीयों के लिए
D. सेना के लिए
✅ उत्तर: C. अंग्रेजों और यूरोपीयों के लिए19. कोलकाता किस नदी के किनारे बसा है?
A. यमुना
B. गंगा
C. हुगली
D. गोदावरी
✅ उत्तर: C. हुगली
20. दिल्ली के किस भाग को ‘सिविल लाइंस’ कहा जाता था?
A. व्यापारी क्षेत्र
B. मजदूर बस्ती
C. सरकारी अधिकारियों का इलाका
D. सैन्य छावनी
✅ उत्तर: C. सरकारी अधिकारियों का इलाका
Short Answer Question-Class 12 History Notes Chapter 12
1. ‘ब्लैक टाउन’ और ‘व्हाइट टाउन’ में क्या अंतर था?
उत्तर:
➤ औपनिवेशिक काल में ब्रिटिश नगरों में नस्लीय भेदभाव के आधार पर दो क्षेत्रों का निर्माण हुआ:
-
व्हाइट टाउन: यह क्षेत्र यूरोपीय लोगों के लिए था — साफ़-सुथरा, सुव्यवस्थित और आधुनिक सुविधाओं से युक्त।
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ब्लैक टाउन: यह भारतीयों के लिए था — अस्वच्छ, भीड़-भाड़ वाला और उपेक्षित।
यह विभाजन सत्ता और सामाजिक भेदभाव को दर्शाता था।
2. 1911 में भारत की राजधानी कोलकाता से दिल्ली क्यों स्थानांतरित की गई?
उत्तर:
-
कोलकाता में ब्रिटिश शासन को विरोध का सामना करना पड़ रहा था।
-
दिल्ली को भारत का ऐतिहासिक और राजनीतिक केंद्र माना जाता था।
-
दिल्ली का स्थान देश के केंद्र में था, जिससे शासन प्रबंधन में सुविधा होती।
इसलिए 1911 में दिल्ली को नई राजधानी घोषित किया गया।
3. औपनिवेशिक काल में नगरों की सामाजिक संरचना में क्या परिवर्तन आए?
उत्तर:
-
जातीय और वर्गीय आधार पर स्थानों का विभाजन हुआ।
-
भारतीयों को ‘ब्लैक टाउन’ में रखा गया, जबकि अंग्रेज ‘व्हाइट टाउन’ में रहते थे।
-
कामकाजी वर्ग और उच्च वर्ग के बीच भेदभाव बढ़ा।
-
महिलाओं की सार्वजनिक भागीदारी सीमित रही।
4. नई दिल्ली की स्थापत्य योजना में किन बातों का ध्यान रखा गया?
उत्तर:
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शक्ति और भव्यता का प्रदर्शन करना।
-
चौड़ी सड़कें, खुले मैदान, और इमारतों की ऊँचाई का विशेष ध्यान।
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वास्तुकला में भारतीय और यूरोपीय शैलियों का मिश्रण।
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वायसराय हाउस (अब राष्ट्रपति भवन) और राजपथ जैसे प्रतीकात्मक ढांचे।
5. औपनिवेशिक काल में बॉम्बे के शहरी विकास की विशेषताएँ क्या थीं?
उत्तर:
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पुर्तगालियों से प्राप्त होने के बाद, यह व्यापारिक केंद्र के रूप में उभरा।
-
19वीं सदी में कपड़ा उद्योग का विकास हुआ।
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रेलवे के विस्तार से इसका महत्व बढ़ा।
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जनसंख्या में भारी वृद्धि और झोपड़पट्टियों का विकास हुआ।
Class 12 History Notes Chapter 12: औपनिवेशिक शहर और जीवनशैली
Long Answer Questions with Answers-Class 12 History Notes Chapter 12
1. औपनिवेशिक नगरों ने भारतीय जीवनशैली और समाज को किस प्रकार प्रभावित किया?
उत्तर:
औपनिवेशिक काल के दौरान शहरों का विकास भारतीय जीवनशैली और समाज पर गहरा प्रभाव डालने वाला था। अंग्रेजों ने अपने प्रशासनिक और सैन्य उद्देश्यों के लिए शहरों का पुनर्निर्माण किया। इस नए शहरीकरण से भारतीय समाज में कई बदलाव हुए। पहले, शहरों में जाति और वर्ग के आधार पर स्पष्ट भेदभाव था। अंग्रेजों ने ‘व्हाइट टाउन’ और ‘ब्लैक टाउन’ का निर्माण किया, जिससे नस्लीय भेदभाव स्पष्ट रूप से नजर आता था। नई जीवनशैली में अंग्रेजी भाषा, पहनावा, शिक्षा, और खान-पान की आदतें भी समाहित हुईं। शहरों में महिलाओं की स्थिति में भी बदलाव आया, जहां वे धीरे-धीरे शिक्षा और सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने लगीं। औद्योगिकीकरण और रोजगार के नए अवसरों ने ग्रामीणों को शहर की ओर आकर्षित किया, जिससे शहरी आबादी में वृद्धि हुई और झुग्गी-झोपड़ी जैसे नए सामाजिक समस्या भी सामने आईं।
2. नई दिल्ली के निर्माण में ब्रिटिशों की राजनीतिक मानसिकता कैसे झलकती है?
उत्तर:
नई दिल्ली का निर्माण ब्रिटिशों की राजनीतिक और साम्राज्यवादी मानसिकता का दर्पण था। 1911 में भारत की राजधानी कोलकाता से दिल्ली स्थानांतरित कर अंग्रेजों ने अपनी सत्ता के प्रदर्शन का मंच तैयार किया। नई दिल्ली का नगर नियोजन एडविन लुटियन्स और हर्बर्ट बेकर ने किया, जिसमें भव्य महलों, चौड़ी सड़कों और खुली जगहों का निर्माण हुआ। इस योजना का उद्देश्य था ब्रिटिश सत्ता की भव्यता और स्थायित्व को दर्शाना। साथ ही, शहर की डिजाइन ऐसी बनाई गई थी कि भारतीयों और अंग्रेजों के बीच सामाजिक दूरी स्पष्ट रहे। राजधानी का स्थान ऐतिहासिक दिल्ली में चुना गया क्योंकि यह मुगलकालीन राजाओं की राजधानी थी, जिससे अंग्रेज अपने आप को इस ऐतिहासिक सत्ता के उत्तराधिकारी के रूप में स्थापित करना चाहते थे। इस तरह, नई दिल्ली अंग्रेजी साम्राज्य की राजनीतिक और सांस्कृतिक प्रभुता का प्रतीक बनी।
3. औपनिवेशिक काल में भारत के प्रमुख शहरों के विकास में किन-किन आर्थिक और सामाजिक कारकों ने भूमिका निभाई?
उत्तर:
औपनिवेशिक काल में भारत के प्रमुख शहर जैसे कोलकाता, बॉम्बे, और मद्रास आर्थिक और सामाजिक दोनों पहलुओं से विकसित हुए। आर्थिक रूप से, ये शहर ब्रिटिश व्यापार और औद्योगिक केंद्र बन गए। रेलवे और बंदरगाहों का विकास हुआ, जिससे वस्तुओं के परिवहन में तेजी आई। कपड़ा, लोहा, और जहाज निर्माण उद्योगों ने इन शहरों की आर्थिक प्रगति में योगदान दिया। सामाजिक रूप से, शहरों में जाति, धर्म और नस्ल के आधार पर भेदभाव हुआ, जिससे ‘व्हाइट टाउन’ और ‘ब्लैक टाउन’ जैसे वर्ग बनाए गए। बढ़ती आबादी और रोजगार की तलाश में ग्रामीणों का पलायन हुआ, जिससे झुग्गी-झोपड़ियाँ विकसित हुईं। ब्रिटिश शासन के कारण शहरी जीवनशैली में अंग्रेजी शिक्षा, नयी आदतें और पश्चिमी संस्कृति का प्रभाव बढ़ा।
4. ब्रिटिश नगर नियोजन की मुख्य विशेषताएँ और उनके सामाजिक प्रभाव क्या थे?
उत्तर:
ब्रिटिश नगर नियोजन की मुख्य विशेषताएँ थीं – वर्गीय और नस्लीय विभाजन, व्यापक सड़कें, औपनिवेशिक स्थापत्यशैली, और सैन्य सुरक्षा को ध्यान में रखना। अंग्रेजों ने शहरों को ‘व्हाइट टाउन’ और ‘ब्लैक टाउन’ में बांटा, जिससे सामाजिक भेदभाव स्पष्ट हो गया। नगरों की योजनाओं में प्रशासनिक भवनों, वायसराय हाउस जैसे प्रतीकात्मक निर्माणों को प्राथमिकता दी गई। सार्वजनिक स्वास्थ्य और स्वच्छता पर कुछ ध्यान दिया गया, लेकिन भारतीयों के लिए यह सुविधाएं सीमित थीं। इस तरह की योजनाओं से भारतीयों को शहरों के केंद्र से दूर रखा गया, जिससे सामाजिक एकता बाधित हुई और अलगाव की भावना बढ़ी। कुल मिलाकर, ये योजनाएं ब्रिटिश सत्ता को मजबूत करने और सामाजिक नियंत्रण का एक जरिया थीं।
5. 1911 के बाद दिल्ली की राजधानी बनने के बाद शहर में आए प्रमुख परिवर्तन क्या थे?
उत्तर:
1911 में दिल्ली को भारत की राजधानी बनाए जाने के बाद शहर में बड़े पैमाने पर परिवर्तन हुए। सबसे पहला और महत्वपूर्ण परिवर्तन था नई दिल्ली का निर्माण, जिसे एडविन लुटियन्स और हर्बर्ट बेकर ने डिजाइन किया। यह नई राजधानी अंग्रेजों की राजनीतिक शक्ति का प्रतीक बनी। पुरानी दिल्ली में प्रशासनिक इमारतें बनीं और राजपथ जैसी भव्य सड़कें बनाई गईं। शहर की योजना में यूरोपीय और भारतीय वास्तुकला का मिश्रण था। साथ ही, नगर की व्यवस्था अधिक सुव्यवस्थित हुई, जिसमें सरकारी कार्यालय, आवासीय क्षेत्र, सैन्य छावनी और सार्वजनिक पार्क शामिल थे। सामाजिक रूप से, नई दिल्ली में ब्रिटिश अधिकारी और उनके परिवार केंद्र में रहते थे, जबकि भारतीय शहर के अलग हिस्सों में सीमित सुविधाओं के साथ रहते थे। इस स्थानांतरण से दिल्ली का महत्व बढ़ा और वह भारत के राजनीतिक जीवन का केंद्र बन गई।
निष्कर्ष: Class 12 History Notes Chapter 12
Class 12 History Notes Chapter 12 से यह स्पष्ट होता है कि औपनिवेशिक शहरों का विकास केवल भौतिक संरचना तक सीमित नहीं था, बल्कि यह ब्रिटिश सत्ता के राजनीतिक और सामाजिक नियंत्रण का भी प्रतीक था। इन शहरों में आर्थिक अवसर बढ़े, लेकिन साथ ही नस्लीय और वर्गीय असमानताएँ भी गहरी हुईं। नई दिल्ली का निर्माण ब्रिटिश साम्राज्य की प्रभुता का प्रतीक था। यह अध्याय भारतीय आधुनिक शहरों की नींव और औपनिवेशिक प्रभावों को समझने के लिए महत्वपूर्ण है।