Title : Indian Civilization Aand Culture Summary | Indian Civilization And Culture Summary In Hindi
Introduction : Indian Civilization And Culture Summary In Hindi
Hello! आपका स्वागत है Targetssc.com इस लेख मे हम पढ़ेंगे Bihar Board Class 12th English lesson 1(Indian Civilization And Culture Summary In Hindi ) का Summary , जिस के लेखक है महात्मा गांधी इस लेख मे इन्होंने ने भारतीय सभ्यता और संस्कृति(Indian Civilization And Culture Summary In Hindi) के बारे मे बताया है| भारतीय सभ्यता जैसी कोई सभ्यता नहीं है , और इसके जैसी कोई देशों की सभ्यता बनी और खतम होगाई , पर हमारी भारतीय सभ्यता अभी तक जीवित है|
Indian Civilization And Culture Summary In Hindi
Mohandas Karamchand Gandhi ( 1869-1948 ), popularly known as Bapu or The Father of the Nation, was more spiritual leader than a politician. He successfully used truth and non-violence as the chief weapons against the British rule in India and helped India gain independence. From 1915 till 1948,he completely dominated Indian politics. He died at the hands of a fanatic on 30 January, 1948. His autobiography, My Experiments with Truth, and the numerous articles that he wrote for Young India and the speeches that he deliverd on different occasions reveal him not only as an original thinker but also as a great master of chaste, idiomatic English. In the following extract Indian Civilization and Culture Gandhiji talks about the sound foundation of Indian civilization which has successfully withstood the passage of time. The Western civilization which has the tendency to privilege matriality cannot match the Indian civilization that elevate the moral being.
मोहनदास करमचंद गांधी (1869-1948), जिन्हें बापू या राष्ट्रपिता के नाम से जाना जाता है, एक राजनेता से अधिक आध्यात्मिक नेता थे। उन्होंने भारत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ मुख्य हथियार के रूप में सत्य और अहिंसा का सफलतापूर्वक उपयोग किया और भारत को स्वतंत्रता प्राप्त करने में मदद की। 1915 से 1948 तक वे भारतीय राजनीति पर पूरी तरह हावी रहे। 30 जनवरी, 1948 को एक कट्टरपंथी के हाथों उनकी मृत्यु हो गई। उनकी आत्मकथा, माई एक्सपेरिमेंट्स विद ट्रुथ, और उनके द्वारा यंग इंडिया के लिए लिखे गए कई लेख और विभिन्न अवसरों पर दिए गए भाषण उन्हें न केवल एक मौलिक विचारक के रूप में प्रकट करते हैं, बल्कि शुद्ध, मुहावरेदार अंग्रेजी के महान स्वामी के रूप में भी। निम्नलिखित उद्धरण में भारतीय सभ्यता और संस्कृति गांधीजी भारतीय सभ्यता की मजबूत नींव के बारे में बात करते हैं जो समय बीतने के साथ सफलतापूर्वक टिकी हुई है। पश्चिमी सभ्यता, जिसमें वैवाहिक संबंधों को विशेषाधिकार देने की प्रवृत्ति है, नैतिक अस्तित्व को ऊपर उठाने वाली भारतीय सभ्यता से मेल नहीं खा सकती।(Indian Civilization And Culture Summary In Hindi)
अभी तक आपने Indian Civilization And Culture chapter का Introduction पढ़ा है, अब हम पढ़ेंगे Full Chapter का Summary (Indian Civilization And Culture Summary In Hindi)
Mahatma Gandhi in his essay Indian civilization and culture talks about the sound foundation of Indian civilization which has successfully with stood the passage of time. Indian civilization has the unique distinction of surviving through the ages. the ancient civilization of Greece, rome, Egypt and China are gone. but the basis of Indian civilization is still sound and secure. the world is fast changing but India remains culturally changed. the strength of Indian civilization has been tested on the basis of experience. Sages and saints, rishis and fakirs have commanded a greater respect in India then king with all their might .
Indian Civilization is based on the principle of good conduct. It points out the path of Duty and teaches us to uphold moral principles.It’s ultimate end is the attainment of self-knowledge. it aims at the elevation of the moral being. as constrasted with it, the Western Civilization is based on the worship of the material. Indian Civilization teaches Us to control and regulate our desires. it preaches self-control and shows the path of happiness.
Indian civilization is meant for Elevating the moral being. that of the Western Civilization is to spread out the message of immorality. The latter is Godless, the former is based on a blief in God. it is Superior to Western Civilization, it behaves every lover of India to cling to the old Indian Civilization even as child cling to the mother’s breast.
महात्मा गांधी अपने निबंध भारतीय सभ्यता और संस्कृति में भारतीय सभ्यता की मजबूत नींव के बारे में बात करते हैं जो समय के साथ सफलतापूर्वक टिकी हुई है। भारतीय सभ्यता को युगों तक जीवित रहने का अनूठा गौरव प्राप्त है। यूनान, रोम, मिस्र और चीन की प्राचीन सभ्यता लुप्त हो गई। लेकिन भारतीय सभ्यता का आधार अभी भी सुदृढ़ और सुरक्षित है। दुनिया तेजी से बदल रही है लेकिन भारत सांस्कृतिक रूप से बदला हुआ है। भारतीय सभ्यता की शक्ति को अनुभव के आधार पर परखा गया है। साधु-संतों, ऋषि-मुनियों और फकीरों को भारत में राजा से भी अधिक सम्मान मिला है।(Indian Civilization And Culture Summary In Hindi)
भारतीय सभ्यता अच्छे आचरण के सिद्धांत पर आधारित है। यह कर्तव्य का मार्ग बताता है और हमें नैतिक सिद्धांतों को बनाए रखना सिखाता है। इसका अंतिम लक्ष्य आत्म-ज्ञान की प्राप्ति है। इसका उद्देश्य नैतिक अस्तित्व का उत्थान करना है। इसके विपरीत, पश्चिमी सभ्यता सामग्री की पूजा पर आधारित है। भारतीय सभ्यता हमें अपनी इच्छाओं को नियंत्रित और नियंत्रित करना सिखाती है। यह आत्म-नियंत्रण का उपदेश देता है और खुशी का मार्ग दिखाता है।
भारतीय सभ्यता नैतिक उत्थान के लिए है। पश्चिमी सभ्यता का उद्देश्य अनैतिकता का संदेश फैलाना है। उत्तरार्द्ध ईश्वरविहीन है, पहला ईश्वर में विश्वास पर आधारित है। यह पश्चिमी सभ्यता से श्रेष्ठ है, यह प्रत्येक भारत प्रेमी को पुरानी भारतीय सभ्यता से वैसे ही चिपके रहने का व्यवहार करता है जैसे बच्चा माँ की छाती से चिपका रहता है।
अगर लेख अच्छी लगी हो तो पेज को फॉलो कीजिए गा ताकि आप ऐसे ही Informative लेख आगे भी पढ़ सके |
ये भी पढे : English Class-12 Chapter 1 Question Answers | Bihar Board Class -12 English Question Answer
Youtube: https://youtu.be/LiGjfx8cedc
FAQs : Indian Civilization And Culture Summary In Hindi
- भारतीय सभ्यता की विशेषताएँ क्या हैं?
- भारतीय सभ्यता की विशेषताएँ इसमें विविधता, धर्म, भाषा, जाति, परंपराएँ, और रीति-रिवाज शामिल हैं। यह हजारों वर्षों की समृद्ध इतिहास और संस्कृति का परिणाम है।
- भारतीय संस्कृति का इतिहास क्या है?
- भारतीय संस्कृति का इतिहास प्राचीन काल से शुरू होता है, जिसमें सिंधु घाटी सभ्यता, वैदिक काल, और विभिन्न साम्राज्यों का योगदान शामिल है, जैसे मौर्य, गुप्त और मुग़ल साम्राज्य।
- भारत में प्रमुख धर्म कौन से हैं?
- भारत में हिंदू धर्म, इस्लाम, सिख धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म और ईसाई धर्म प्रमुख हैं। प्रत्येक धर्म की अपनी विशेष परंपराएँ और विश्वास प्रणाली हैं।
- भारतीय कला और शिल्प के प्रकार क्या हैं?
- भारतीय कला और शिल्प में विभिन्न रूप शामिल हैं, जैसे चित्रकला (मधुबनी, तंजौर), शिल्पकला (पत्थर और लकड़ी का काम), और हस्तशिल्प (बुनाई, कढ़ाई)।
- भारतीय त्योहारों का महत्व क्या है?
- भारतीय त्योहार विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों के अनुसार मनाए जाते हैं। ये न केवल धार्मिक महत्व रखते हैं, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर को भी प्रोत्साहित करते हैं।
- भारत की पारंपरिक वेशभूषा क्या है?
- भारत की पारंपरिक वेशभूषा में साड़ी, कुर्ता-पायजामा, धोती, और लेहंगा शामिल हैं। ये वेशभूषाएँ विभिन्न क्षेत्रों और संस्कृतियों के अनुसार भिन्न होती हैं।
- भारतीय साहित्य में प्रमुख कृतियाँ कौन सी हैं?
- भारतीय साहित्य में महाभारत, रामायण, उपनिषद, और विभिन्न कवियों की रचनाएँ शामिल हैं, जैसे कालिदास, सूरदास, और कबीर।
- भारत में संगीत और नृत्य की परंपराएँ क्या हैं?
- भारतीय संगीत में शास्त्रीय संगीत (हिंदुस्तानी और कर्नाटिक) और लोक संगीत शामिल हैं। नृत्य की शैलियाँ जैसे भरतनाट्यम, कथक, कुचिपुड़ी और ओडिसी भी प्रमुख हैं।
- भारतीय खानपान की विशेषताएँ क्या हैं?
- भारतीय खानपान में विविधता है, जिसमें क्षेत्रीय व्यंजन, मसालेदार खाना, और शाकाहारी तथा मांसाहारी विकल्प शामिल हैं। यहाँ चावल, रोटी, दाल, और सब्जियाँ प्रमुख हैं।
- भारतीय संस्कृति का वैश्विक प्रभाव क्या है?
- भारतीय संस्कृति का वैश्विक प्रभाव योग, आयुर्वेद, ध्यान, और भारतीय फ़िल्म उद्योग (बॉलीवुड) के माध्यम से देखा जा सकता है। भारतीय संस्कृति ने विभिन्न देशों में एक गहरी छाप छोड़ी है।
- भारतीय धार्मिक विविधता का महत्व क्या है?
- भारतीय धार्मिक विविधता समाज में सहिष्णुता और समझ को बढ़ावा देती है। यह विभिन्न धर्मों के अनुयायियों के बीच संवाद और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को संभव बनाती है।
- भारतीय वास्तुकला की प्रमुख शैलियाँ कौन सी हैं?
- भारतीय वास्तुकला में हिंदू, बौद्ध, जैन और मुग़ल शैलियाँ शामिल हैं। ताजमहल, कांची का ब्रहादेश्वर मंदिर, और खजुराहो के मंदिर इसके प्रमुख उदाहरण हैं।
- भारतीय समाज में जाति प्रणाली का क्या महत्व है?
- जाति प्रणाली भारतीय समाज की संरचना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्थिति को प्रभावित करती है। हालांकि, आधुनिक भारत में जातिवाद के खिलाफ कई आंदोलन चल रहे हैं।
- भारतीय शिक्षा प्रणाली का विकास कैसे हुआ है?
- भारतीय शिक्षा प्रणाली का विकास प्राचीन गुरुकुलों से शुरू हुआ, इसके बाद मुस्लिम और ब्रिटिश शासन के दौरान औपचारिक शिक्षा की प्रणाली विकसित हुई। आज की शिक्षा प्रणाली में सरकारी और निजी स्कूलों का योगदान है।
- भारतीय लोककथाएँ और परंपराएँ क्या हैं?
- भारतीय लोककथाएँ और परंपराएँ सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा हैं, जो मौखिक परंपरा के माध्यम से पीढ़ी दर पीढ़ी传ाल की जाती हैं। इनमें पंचतंत्र की कहानियाँ, जनजातीय किंवदंतियाँ, और अन्य क्षेत्रीय कथाएँ शामिल हैं।
- भारत में महोत्सवों की सूची क्या है?
- भारत में कई प्रमुख महोत्सव मनाए जाते हैं, जैसे दीवाली, होली, ईद, क्रिसमस, पोंगल, और बिहू। ये महोत्सव विभिन्न धर्मों और संस्कृतियों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- भारतीय परंपराओं में परिवार की भूमिका क्या है?
- भारतीय परंपराओं में परिवार का महत्व अत्यधिक है। परिवार संरचना पारंपरिक रूप से विस्तारित होती है, जिसमें माता-पिता, बच्चे, दादा-दादी, और अन्य रिश्तेदार शामिल होते हैं।
- भारतीय खेलों का महत्व क्या है?
- भारतीय खेलों में क्रिकेट, हॉकी, कबड्डी, और अन्य पारंपरिक खेलों का महत्वपूर्ण स्थान है। खेल न केवल मनोरंजन का स्रोत होते हैं, बल्कि राष्ट्रीय पहचान और एकता को भी बढ़ावा देते हैं।
- भारत की भाषा विविधता का क्या महत्व है?
- भारत में 22 अनुसूचित भाषाएँ हैं, और भाषा विविधता सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक है। यह विभिन्न भाषाओं और बोलियों के माध्यम से सांस्कृतिक पहचान को सुरक्षित रखने में मदद करती है।