जैन धर्म | जैन धर्म के संस्थापक कौन थे?
इस लेख मे आप जानेंगे जैन धरम से संबंधित अब्जेक्टिव Question जो हर साल हर इग्ज़ैम मे पूछे जाते है | PDF के लिए यहा क्लिक करे 👉📩जैन धर्म
जैन धर्म
प्रश्न 1: जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर कौन हैं?
- A) महावीर
B) पार्श्वनाथ
C) ऋषभदेव
D) अजीतनाथ
उत्तर: A) महावीर
प्रश्न 2: जैन धर्म का प्रमुख ग्रंथ क्या है?
- A) वेद
B) तिपिटक
C) आगम
D) उपनिषद
उत्तर: C) आगम
प्रश्न 3: जैन धर्म में अहिंसा का पालन करने वाला व्यक्ति क्या कहलाता है?
- A) मुनि
B) श्रावक
C) साधु
D) आचार्य
उत्तर: A) मुनि
प्रश्न 4: जैन धर्म में कर्मों का नाश करने के लिए कौन-सी प्रक्रिया अपनाई जाती है?
- A) तप
B) पूजा
C) यज्ञ
D) उपवास
उत्तर: A) तप
प्रश्न 5: जैन धर्म में अपरिग्रह का क्या अर्थ है?
- A) असत्य बोलना
B) संपत्ति का संचय न करना
C) दूसरे की हत्या करना
D) मौन रहना
उत्तर: B) संपत्ति का संचय न करना
प्रश्न 6: जैन धर्म में कौन सा पर्व अत्यंत महत्वपूर्ण है?
- A) दीपावली
B) महावीर जयंती
C) दशहरा
D) मकर संक्रांति
उत्तर: B) महावीर जयंती
प्रश्न 7: जैन धर्म में ‘सांथरा’ का क्या अर्थ है?
- A) उपवास
B) साधना
C) आत्मसमर्पण
D) ध्यान
उत्तर: A) उपवास
प्रश्न 8: जैन धर्म के अनुयायियों को क्या कहा जाता है?
- A) ब्राह्मण
B) मुस्लिम
C) जैन
D) बौद्ध
उत्तर: C) जैन
प्रश्न 9: जैन धर्म में स्वर्ग और नरक की अवधारणा किस पर आधारित है?
- A) कर्म
B) प्रार्थना
C) तप
D) भक्ति
उत्तर: A) कर्म
प्रश्न 10: जैन धर्म के अनुसार, मोक्ष प्राप्त करने के लिए कितने जीवों का पालन करना चाहिए?
- A) केवल मनुष्य
B) सभी जीवों
C) केवल स्तनपायी
D) केवल पक्षी
उत्तर: B) सभी जीवों
प्रश्न 11: जैन धर्म में तप का सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य क्या है?
- A) ज्ञान प्राप्त करना
B) आत्मा का शोधन
C) धन अर्जित करना
D) प्रसिद्धि प्राप्त करना
उत्तर: B) आत्मा का शोधन
प्रश्न 12: जैन धर्म के अनुयायी किस प्रकार के आहार का पालन करते हैं?
- A) मांसाहारी
B) शाकाहारी
C) अंडा खाने वाले
D) दुग्ध आधारित
उत्तर: B) शाकाहारी
प्रश्न 13: जैन धर्म में कितने मूल सिद्धांत होते हैं?
- A) 5
B) 7
C) 10
D) 12
उत्तर: A) 5
प्रश्न 14: जैन धर्म में ‘जिन’ का क्या अर्थ है?
- A) विजय पाने वाला
B) ज्ञानी
C) तपस्वी
D) भक्त
उत्तर: A) विजय पाने वाला
प्रश्न 15: जैन धर्म में किस प्रकार के अनुष्ठान का पालन किया जाता है?
- A) बलिदान
B) अनुष्ठान
C) साधना
D) उपवास
उत्तर: B) अनुष्ठान
प्रश्न 16: जैन धर्म में ‘पंच महाव्रत’ क्या है?
- A) पांच प्रमुख उपवास
B) पांच बड़े व्रत
C) पांच तीर्थंकर
D) पांच दिन की पूजा
उत्तर: B) पांच बड़े व्रत
प्रश्न 17: जैन धर्म के अनुयायी किस प्रकार की साधना करते हैं?
- A) ध्यान और तप
B) यज्ञ और हवन
C) मेला और पर्व
D) पूजा और प्रार्थना
उत्तर: A) ध्यान और तप
प्रश्न 18: जैन धर्म में कर्मों का वर्गीकरण कैसे किया जाता है?
- A) शुद्ध और अशुद्ध
B) पवित्र और अपवित्र
C) शुभ और अशुभ
D) भौतिक और आध्यात्मिक
उत्तर: C) शुभ और अशुभ
प्रश्न 19: ‘शुद्धि’ का क्या महत्व है?
- A) धार्मिक क्रियाओं के लिए
B) आत्मा की मुक्ति के लिए
C) धन कमाने के लिए
D) सामाजिक मान्यता के लिए
उत्तर: B) आत्मा की मुक्ति के लिए
प्रश्न 20: जैन धर्म में अहिंसा का पालन करने वाले लोग किस प्रकार के भोजन का सेवन करते हैं?
- A) मांसाहारी
B) केवल फल
C) शाकाहारी
D) दुग्ध और मछली
उत्तर: C) शाकाहारी
प्रश्न 21: ‘संघ’ का क्या अर्थ है?
- A) मंदिर
B) जैन समुदाय
C) तीर्थंकर
D) पूजा
उत्तर: B) जैन समुदाय
प्रश्न 22: ‘क्षमा’ का क्या महत्व है?
- A) अहिंसा का आधार
B) धन का संचय
C) ध्यान की प्रक्रिया
D) ज्ञान की प्राप्ति
उत्तर: A) अहिंसा का आधार
प्रश्न 23: जैन धर्म के अनुयायी किस त्यौहार को मनाते हैं जो महावीर स्वामी की जयंती के रूप में जाना जाता है?
- A) दीपावली
B) महावीर जयंती
C) मकर संक्रांति
D) फसल उत्सव
उत्तर: B) महावीर जयंती
प्रश्न 24: जैन धर्म में ‘सर्वज्ञता’ का क्या अर्थ है?
- A) सब कुछ जानना
B) केवल धार्मिक ज्ञान
C) आध्यात्मिक ज्ञान
D) भौतिक ज्ञान
उत्तर: A) सब कुछ जानना
प्रश्न 25: जैन धर्म में कितने श्रेणी के तप होते हैं?
- A) 3
B) 5
C) 7
D) 10
उत्तर: B) 5
प्रश्न 26: ‘अहिंसा’ की परिभाषा क्या है?
- A) सिर्फ मनुष्यों के प्रति दया
B) सभी जीवों के प्रति दया
C) केवल स्तनधारियों के प्रति दया
D) किसी भी प्राणी को नुकसान न पहुंचाना
उत्तर: D) किसी भी प्राणी को नुकसान न पहुंचाना
प्रश्न 27: ‘अपरिग्रह’ का पालन किस लिए किया जाता है?
- A) भौतिक संपत्ति का संचय
B) अहिंसा का पालन
C) सांसारिक वस्तुओं से मुक्ति
D) धर्म का पालन
उत्तर: C) सांसारिक वस्तुओं से मुक्ति
प्रश्न 28: ‘तप’ का महत्व क्या है?
- A) आत्मा का शुद्धिकरण
B) केवल मानसिक शांति
C) भौतिक शक्ति
D) धन का संचय
उत्तर: A) आत्मा का शुद्धिकरण
प्रश्न 29: में ‘शुद्धि’ का अभ्यास कब किया जाता है?
- A) उत्सव के दौरान
B) उपवास के दौरान
C) समर्पण के दौरान
D) केवल शांति के लिए
उत्तर: B) उपवास के दौरान
प्रश्न 30: जैन धर्म के अनुयायियों का कौन सा आहार पूरी तरह से निषिद्ध है?
- A) फल
B) सब्जियाँ
C) मांस
D) अनाज
उत्तर: C) मांस
प्रश्न 31: जैन धर्म में ‘नकुल’ क्या होता है?
- A) साधना
B) तप
C) जैन धर्म का एक उपवास
D) एक प्रकार की भक्ति
उत्तर: C) जैन धर्म का एक उपवास
प्रश्न 32: ‘जिव’ की परिभाषा क्या है?
- A) केवल मनुष्य
B) सभी जीवित प्राणी
C) केवल स्तनधारी
D) केवल पक्षी
उत्तर: B) सभी जीवित प्राणी
प्रश्न 33: ‘दर्शन’ का क्या अर्थ है?
- A) पूजा करना
B) ज्ञान प्राप्त करना
C) तीर्थंकर की प्रतिमा की पूजा करना
D) आत्मा का ज्ञान
उत्तर: C) तीर्थंकर की प्रतिमा की पूजा करना
प्रश्न 34: जैन धर्म के अनुयायी किस प्रकार का जीवन जीने का प्रयास करते हैं?
- A) भौतिक
B) साधारण और संयमित
C) विलासिता से भरा
D) केवल अध्यात्मिक
उत्तर: B) साधारण और संयमित
प्रश्न 35: जैन धर्म में कितने प्रकार के श्रमण होते हैं?
- A) 4
B) 5
C) 7
D) 10
उत्तर: B) 5
प्रश्न 36: जैन धर्म में ‘तप’ का सबसे उच्च रूप क्या है?
- A) उपवास
B) मौन
C) सधुवृत्ति
D) संथारा
उत्तर: D) संथारा
प्रश्न 37: जैन धर्म के अनुयायियों को ‘श्रावक’ और ‘श्राविका’ क्यों कहा जाता है?
- A) वे धार्मिक हैं
B) वे जैन धर्म के नियमों का पालन करते हैं
C) वे तीर्थंकरों की पूजा करते हैं
D) वे साधना करते हैं
उत्तर: B) वे जैन धर्म के नियमों का पालन करते हैं
प्रश्न 38: जैन धर्म में ‘भक्तिभाव’ का क्या महत्व है?
- A) केवल साधना के लिए
B) आत्मा के विकास के लिए
C) सामाजिक मान्यता के लिए
D) धन अर्जित करने के लिए
उत्तर: B) आत्मा के विकास के लिए
प्रश्न 39: ‘अहिंसा’ के सिद्धांत का प्रमुख लक्ष्य क्या है?
- A) मानसिक शांति
B) सभी जीवों के प्रति दया
C) मोक्ष प्राप्त करना
D) सामाजिक समरसता
उत्तर: C) मोक्ष प्राप्त करना
प्रश्न 40: ‘धर्म’ की परिभाषा क्या है?
- A) धार्मिक आचार
B) सामाजिक नियम
C) आध्यात्मिक मार्ग
D) धार्मिक विश्वास
उत्तर: C) आध्यात्मिक मार्ग
प्रश्न 41: ‘मोकsha’ प्राप्ति के लिए कौन-सा मार्ग अपनाना चाहिए?
- A) केवल भक्ति
B) ज्ञान और तप
C) धन अर्जित करना
D) केवल पूजा
उत्तर: B) ज्ञान और तप
प्रश्न 42: जैन धर्म में ‘पंचेंद्रिय’ क्या है?
- A) पांच तत्व
B) पांच ज्ञानेन्द्रियाँ
C) पांच महाव्रत
D) पांच जीव
उत्तर: B) पांच ज्ञानेन्द्रियाँ
प्रश्न 43: जैन धर्म में ‘साधना’ का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- A) सामाजिक सेवा
B) आध्यात्मिक विकास
C) धन कमाना
D) शांति प्राप्त करना
उत्तर: B) आध्यात्मिक विकास
प्रश्न 44: जैन धर्म में ‘संपूर्ण अहिंसा’ का पालन करने का क्या अर्थ है?
- A) केवल मानवों के प्रति दया
B) सभी जीवों के प्रति दया
C) केवल पशुओं के प्रति दया
D) प्राकृतिक संतुलन बनाए रखना
उत्तर: B) सभी जीवों के प्रति दया
प्रश्न 45: ‘साधु’ का क्या अर्थ है?
- A) ज्ञानी व्यक्ति
B) तपस्वी व्यक्ति
C) भक्त
D) धनवान
उत्तर: B) तपस्वी व्यक्ति
प्रश्न 46: जैन धर्म के अनुयायियों के लिए मुख्य रूप से कौन-सी पुस्तकें अध्ययन की जाती हैं?
- A) उपनिषद
B) आगम
C) वेद
D) बाइबिल
उत्तर: B) आगम
प्रश्न 47: ‘द्रव्य’ की परिभाषा क्या है?
- A) भौतिक वस्तुएँ
B) ज्ञान की वस्तुएँ
C) आत्मा की विशेषताएँ
D) भावनाएँ
उत्तर: A) भौतिक वस्तुएँ
प्रश्न 48: ‘तप’ का प्राथमिक उद्देश्य क्या है?
- A) धन अर्जित करना
B) आत्मा की शुद्धि
C) समाज सेवा
D) केवल पूजा
उत्तर: B) आत्मा की शुद्धि
प्रश्न 49: जैन धर्म में ‘गुण’ का क्या अर्थ है?
- A) अयोग्यता
B) विशेषता या गुण
C) केवल ज्ञान
D) भौतिक वस्तुएँ
उत्तर: B) विशेषता या गुण
प्रश्न 50: ‘पंच महाव्रत’ कौन-से व्रत होते हैं?
- A) अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह
B) उपवास, पूजा, ध्यान, तप, साधना
C) दान, सेवा, श्रद्धा, ध्यान, ध्यान
D) ज्ञान, तप, साधना, भक्ति, सेवा
उत्तर: A) अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह
प्रश्न 51: ‘पंच परमेय’ क्या होते हैं?
- A) पांच मुख्य सिद्धांत
B) पांच पवित्र ग्रंथ
C) पांच जीवों की श्रेणी
D) पांच महत्वपूर्ण त्यौहार
उत्तर: A) पांच मुख्य सिद्धांत
प्रश्न 52: जैन धर्म में ‘मित्र’ का क्या महत्व है?
- A) समाज में समानता
B) सहानुभूति और सहायता
C) केवल धार्मिक संवाद
D) संपत्ति का साझा
उत्तर: B) सहानुभूति और सहायता
प्रश्न 53: ‘साधना’ का अर्थ क्या है?
- A) पूजा करना
B) ध्यान और तप
C) केवल पाठ करना
D) समाज सेवा
उत्तर: B) ध्यान और तप
प्रश्न 54: ‘संसार’ का क्या अर्थ है?
- A) भौतिक दुनिया
B) आध्यात्मिक संसार
C) केवल मनुष्य
D) केवल जीव
उत्तर: A) भौतिक दुनिया
प्रश्न 55: जैन धर्म के अनुयायियों द्वारा किस प्रकार की सामुदायिक सेवा का पालन किया जाता है?
- A) भौतिक सेवा
B) धार्मिक सेवा
C) सामाजिक सेवा
D) सभी प्रकार की सेवा
उत्तर: D) सभी प्रकार की सेवा
प्रश्न 56: ‘निर्जरा’ का क्या अर्थ है?
- A) कर्म का नाश
B) ज्ञान की प्राप्ति
C) तप का अभ्यास
D) ध्यान का अभ्यास
उत्तर: A) कर्म का नाश
प्रश्न 57: ‘जिव’ और ‘अजिव’ में क्या अंतर है?
- A) जीवित और निर्जीव
B) केवल मनुष्य और पशु
C) शुद्ध और अशुद्ध
D) केवल आत्मा और शरीर
उत्तर: A) जीवित और निर्जीव
प्रश्न 58: जैन धर्म में ‘व्रत’ का पालन किसलिए किया जाता है?
- A) सामाजिक मान्यता के लिए
B) आत्मा की शुद्धि के लिए
C) केवल धन के लिए
D) धार्मिक पहचान के लिए
उत्तर: B) आत्मा की शुद्धि के लिए
प्रश्न 59: ‘उपवास’ का महत्व क्या है?
- A) स्वास्थ्य लाभ
B) आत्म-नियंत्रण और तप
C) केवल धार्मिक अनुष्ठान
D) धन का संचय
उत्तर: B) आत्म-नियंत्रण और तप
प्रश्न 60: ‘क्षमा’ का क्या अर्थ है?
- A) माफी देना
B) दया करना
C) सभी जीवों के प्रति संवेदनशीलता
D) सभी के लिए बराबरी
उत्तर: C) सभी जीवों के प्रति संवेदनशीलता
प्रश्न 61: ‘अनुव्रत’ का क्या अर्थ है?
- A) प्रमुख व्रत
B) छोटे व्रत
C) सभी व्रत
D) केवल अनुष्ठान
उत्तर: B) छोटे व्रत
प्रश्न 62: ‘अहिंसा’ के सिद्धांत का पालन करने के लिए क्या किया जाता है?
- A) केवल शाकाहारी आहार
B) सभी जीवों की रक्षा
C) केवल मनुष्यों के प्रति दया
D) सभी धर्मों का पालन
उत्तर: B) सभी जीवों की रक्षा
प्रश्न 63: जैन धर्म के अनुयायी कौन-सी भाषा में अधिकतर धार्मिक ग्रंथ पढ़ते हैं?
- A) संस्कृत
B) हिंदी
C) प्राकृत
D) गुजराती
उत्तर: C) प्राकृत
प्रश्न 64: ‘ध्यान’ का क्या महत्व है?
- A) मानसिक शांति
B) आत्मा का विकास
C) ज्ञान की प्राप्ति
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 65: ‘पुनर्जन्म’ का सिद्धांत किस पर आधारित है?
- A) कर्मों पर
B) धन पर
C) ज्ञान पर
D) धार्मिक विश्वास पर
उत्तर: A) कर्मों पर
प्रश्न 66: ‘तीर्थ’ का क्या अर्थ है?
- A) तीर्थंकर की जगह
B) पवित्र स्थान
C) सभी धार्मिक स्थल
D) केवल मंदिर
उत्तर: B) पवित्र स्थान
प्रश्न 67: ‘सत्य’ का क्या महत्व है?
- A) केवल शांति
B) आत्मा की शुद्धता
C) जीवन में अनुशासन
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 68: ‘ज्ञान’ का प्राथमिक स्रोत क्या है?
- A) तर्क
B) अनुभव
C) धार्मिक ग्रंथ
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 69: ‘पंच कल्याणक’ क्या होते हैं?
- A) पांच महत्वपूर्ण अनुष्ठान
B) तीर्थंकर के पांच प्रमुख घटनाएँ
C) पांच व्रत
D) पांच प्रकार के ध्यान
उत्तर: B) तीर्थंकर के पांच प्रमुख घटनाएँ
प्रश्न 70: ‘विपरीत’ का क्या अर्थ है?
- A) धैर्य
B) साधना
C) दुराचार
D) संयम
उत्तर: C) दुराचार
प्रश्न 71: ‘अपरिग्रह’ का उद्देश्य क्या है?
- A) धन का संचय
B) भौतिक वस्तुओं से दूर रहना
C) केवल दान करना
D) अन्य लोगों की संपत्ति पर नजर रखना
उत्तर: B) भौतिक वस्तुओं से दूर रहना
प्रश्न 72: जैन धर्म में ‘क्षुद्र जीव’ कौन से जीव होते हैं?
- A) बड़े जानवर
B) केवल मानव
C) सूक्ष्म जीव जैसे बैक्टीरिया
D) केवल पक्षी
उत्तर: C) सूक्ष्म जीव जैसे बैक्टीरिया
प्रश्न 73: ‘पंच महाव्रत’ का पालन किससे संबंधित है?
- A) साधकों द्वारा
B) मुनियों द्वारा
C) आम लोगों द्वारा
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 74: ‘जिन’ की पूजा क्यों की जाती है?
- A) केवल श्रद्धा के लिए
B) मोक्ष की प्राप्ति के लिए
C) ज्ञान की प्राप्ति के लिए
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 75: ‘सिद्ध’ का क्या अर्थ है?
- A) ज्ञान
B) मोक्ष प्राप्त जीव
C) केवल गुरु
D) साधक
उत्तर: B) मोक्ष प्राप्त जीव
प्रश्न 76: ‘आगम’ किसे कहते हैं?
- A) धार्मिक नियम
B) ग्रंथों का संग्रह
C) पूजा का तरीका
D) साधना का प्रक्रिया
उत्तर: B) ग्रंथों का संग्रह
प्रश्न 77: ‘प्रवचनों’ का क्या महत्व है?
- A) ज्ञान का विस्तार
B) धार्मिक शिक्षा
C) सामाजिक सुधार
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 78: ‘संथारा’ का क्या अर्थ है?
- A) अंतिम उपवास
B) धार्मिक अनुष्ठान
C) साधना का प्रकार
D) केवल ध्यान
उत्तर: A) अंतिम उपवास
प्रश्न 79: ‘संघ’ का क्या कार्य है?
- A) सामाजिक सहयोग
B) धार्मिक अनुशासन
C) साधक समुदाय
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 80: ‘अहिंसा’ का पालन किस प्रकार से किया जाता है?
- A) केवल शाकाहारी भोजन खाकर
B) सभी जीवों के प्रति दया दिखाकर
C) ध्यान और तप द्वारा
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 81: ‘तप’ का क्या अर्थ है?
- A) धन का संचय
B) आत्मा की शुद्धि के लिए साधना
C) केवल ध्यान
D) सामाजिक सेवा
उत्तर: B) आत्मा की शुद्धि के लिए साधना
प्रश्न 82: ‘शुद्धि’ के लिए कौन-सी प्रक्रिया अपनाई जाती है?
- A) केवल पूजा
B) उपवास और साधना
C) बलिदान
D) अनुष्ठान
उत्तर: B) उपवास और साधना
प्रश्न 83: ‘ज्ञान’ का मुख्य स्रोत क्या है?
- A) अनुभव
B) ग्रंथ
C) अध्यात्मिक साधना
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 84: ‘प्राण’ का क्या महत्व है?
- A) केवल शारीरिक स्वास्थ्य
B) सभी जीवों में जीवन का प्रतीक
C) केवल मानव जीवन
D) केवल मानसिक स्वास्थ्य
उत्तर: B) सभी जीवों में जीवन का प्रतीक
प्रश्न 85: जैन धर्म में ‘सिद्धांत’ का क्या मतलब है?
- A) धार्मिक नियम
B) दर्शन की मूल बातें
C) कोई भी विचार
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: B) दर्शन की मूल बातें
प्रश्न 86: जैन धर्म में ‘सत्य’ का पालन क्यों किया जाता है?
- A) सामाजिक प्रतिष्ठा के लिए
B) आत्मा के विकास के लिए
C) केवल पूजा के लिए
D) धन के लिए
उत्तर: B) आत्मा के विकास के लिए
प्रश्न 87: ‘जिनालय’ का क्या अर्थ है?
- A) मंदिर
B) तीर्थ स्थल
C) उपासना स्थल
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 88: ‘मोक्ष’ प्राप्ति के लिए कौन-सी प्रक्रिया अपनाई जाती है?
- A) तप और साधना
B) केवल पूजा
C) दान
D) सामाजिक सेवा
उत्तर: A) तप और साधना
प्रश्न 89: ‘दर्शन’ का क्या अर्थ है?
- A) ज्ञान का अनुभव
B) तीर्थंकर की पूजा
C) धार्मिक अनुष्ठान
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 90: ‘आत्मा’ का क्या महत्व है?
- A) केवल मानसिक स्वास्थ्य
B) मोक्ष का माध्यम
C) भौतिक जीवन
D) सामाजिक स्थिति
उत्तर: B) मोक्ष का माध्यम
प्रश्न 91: ‘पंच महाव्रत’ में ‘अहिंसा’ का क्या महत्व है?
- A) जीवन को सुरक्षित रखना
B) सभी जीवों की रक्षा करना
C) केवल मनुष्यों के प्रति दया
D) धर्म का पालन करना
उत्तर: B) सभी जीवों की रक्षा करना
प्रश्न 92: ‘आत्मा’ का स्वरूप किस प्रकार का माना जाता है?
- A) शाश्वत और शुद्ध
B) केवल भौतिक
C) अनिश्चित
D) केवल मनुष्य का
उत्तर: A) शाश्वत और शुद्ध
प्रश्न 93: ‘सिद्ध’ का क्या अर्थ है?
- A) ज्ञानी व्यक्ति
B) मोक्ष प्राप्त आत्मा
C) धार्मिक नेता
D) साधक
उत्तर: B) मोक्ष प्राप्त आत्मा
प्रश्न 94:‘संघ’ का गठन किसके लिए किया गया है?
- A) साधना के लिए
B) सामाजिक सेवा के लिए
C) धार्मिक अनुशासन के लिए
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 95: ‘कर्म’ का क्या महत्व है?
- A) आत्मा के विकास के लिए
B) पुनर्जन्म का कारण
C) मोक्ष की प्राप्ति में बाधा
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 96: ‘सत्य’ का पालन करने का उद्देश्य क्या है?
- A) व्यक्तिगत लाभ
B) आत्मा का शुद्धिकरण
C) सामाजिक मान्यता
D) केवल धार्मिक पहचान
उत्तर: B) आत्मा का शुद्धिकरण
प्रश्न 97: ‘उपवास’ का उद्देश्य क्या है?
- A) स्वास्थ्य लाभ
B) आत्म-नियंत्रण और तप
C) केवल धार्मिक अनुष्ठान
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: B) आत्म-नियंत्रण और तप
प्रश्न 98: ‘धर्म’ का क्या महत्व है?
- A) सामाजिक नियम
B) आत्मा का मार्गदर्शन
C) केवल धार्मिक आचार
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: B) आत्मा का मार्गदर्शन
प्रश्न 99: ‘ज्ञान’ प्राप्त करने का सबसे प्रभावी तरीका क्या है?
प्रश्न 100: ‘अहिंसा’ का पालन करते समय सबसे महत्वपूर्ण बात क्या होती है?
- A) शाकाहारी आहार लेना
B) सभी जीवों के प्रति करुणा दिखाना
C) धार्मिक अनुष्ठान करना
D) केवल मानवों के प्रति दया करना
उत्तर: B) सभी जीवों के प्रति करुणा दिखाना
प्रश्न 101: ‘संथारा’ का अभ्यास कब किया जाता है?
- A) अंतिम दिनों में
B) उपवास के दौरान
C) पर्व के समय
D) साधना के समय
उत्तर: A) अंतिम दिनों में
प्रश्न 102: जैन धर्म में ‘परिग्रह’ का क्या अर्थ है?
- A) भौतिक वस्तुओं का संचय
B) ज्ञान की प्राप्ति
C) साधना का अभ्यास
D) तप का पालन
उत्तर: A) भौतिक वस्तुओं का संचय
प्रश्न 103: जैन धर्म में ‘दया’ का क्या महत्व है?
- A) केवल मानवों के प्रति
B) सभी जीवों के प्रति
C) सामाजिक सेवा के लिए
D) व्यक्तिगत लाभ के लिए
उत्तर: B) सभी जीवों के प्रति
प्रश्न 104: जैन धर्म में ‘पंच महाव्रत’ के अंतर्गत कौन-से व्रत शामिल हैं?
- A) अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह
B) उपवास, तप, साधना, ज्ञान, सेवा
C) दान, पूजा, ध्यान, शांति, संयम
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: A) अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह
प्रश्न 105: जैन धर्म में ‘पुनर्जन्म’ का क्या आधार है?
- A) कार्य और कर्म
B) भौतिक संपत्ति
C) सामाजिक स्थिति
D) केवल ध्यान
उत्तर: A) कार्य और कर्म
प्रश्न 106: जैन धर्म में ‘सिद्धांत’ का क्या महत्व है?
- A) धार्मिक अनुशासन
B) दर्शन की मौलिक बातें
C) केवल पूजा की विधियाँ
D) सामाजिक नियम
उत्तर: B) दर्शन की मौलिक बातें
प्रश्न 107: जैन धर्म में ‘अहिंसा’ का पालन कैसे किया जाता है?
- A) केवल शाकाहारी भोजन खाकर
B) सभी जीवों के प्रति करुणा दिखाकर
C) ध्यान और तप द्वारा
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 108: जैन धर्म में ‘वैराग्य’ का क्या अर्थ है?
- A) भौतिक वस्तुओं से detachment
B) केवल ध्यान
C) केवल साधना
D) धार्मिक आस्था
उत्तर: A) भौतिक वस्तुओं से detachment
प्रश्न 109: जैन धर्म में ‘तीर्थंकर’ किसे कहते हैं?
- A) ज्ञान के प्रतीक
B) मोक्ष प्राप्त जीव
C) केवल एक गुरु
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: A) ज्ञान के प्रतीक
प्रश्न 110: जैन धर्म में ‘मोकsha’ प्राप्ति के लिए मुख्यतः किस पर निर्भर करता है?
- A) केवल तप पर
B) केवल ज्ञान पर
C) कर्मों पर
D) सामाजिक सेवा पर
उत्तर: C) कर्मों पर
प्रश्न 111: जैन धर्म में ‘शुद्धता’ का महत्व किस संदर्भ में है?
- A) केवल शारीरिक स्वास्थ्य
B) आत्मा की शुद्धि
C) धन की शुद्धि
D) केवल मानसिक शांति
उत्तर: B) आत्मा की शुद्धि
प्रश्न 112: जैन धर्म में ‘गृहस्थ’ का क्या मतलब है?
- A) साधक
B) गृहस्थ जीवन जीने वाला व्यक्ति
C) केवल तपस्वी
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: B) गृहस्थ जीवन जीने वाला व्यक्ति
प्रश्न 113: जैन धर्म में ‘साधना’ का उद्देश्य क्या है?
- A) धन अर्जित करना
B) आत्मा का विकास
C) केवल पूजा करना
D) समाज सेवा
उत्तर: B) आत्मा का विकास
प्रश्न 114: जैन धर्म में ‘व्रत’ के प्रकार कौन-से होते हैं?
- A) बड़े व्रत
B) छोटे व्रत
C) सभी व्रत
D) केवल अनुष्ठान
उत्तर: C) सभी व्रत
प्रश्न 115: जैन धर्म में ‘पंचम’ का क्या अर्थ है?
- A) पांच पवित्र व्यक्ति
B) पांच महाव्रत
C) पांच तत्व
D) पांच तत्वों का ज्ञान
उत्तर: A) पांच पवित्र व्यक्ति
प्रश्न 116: जैन धर्म में ‘मोह’ का क्या अर्थ है?
- A) प्रेम
B) आकर्षण
C) द्वेष
D) केवल भौतिकता
उत्तर: B) आकर्षण
प्रश्न 117: जैन धर्म में ‘संकल्प’ का क्या महत्व है?
- A) साधना का अभ्यास
B) ध्यान की प्रक्रिया
C) आत्मा की शुद्धि
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 118: जैन धर्म में ‘दान’ का क्या उद्देश्य है?
- A) केवल धन का वितरण
B) आत्मा की शुद्धि
C) सामाजिक सेवा
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: B) आत्मा की शुद्धि
प्रश्न 119: जैन धर्म में ‘धर्म’ का पालन किस लिए किया जाता है?
- A) मोक्ष की प्राप्ति के लिए
B) सामाजिक स्थिति के लिए
C) केवल भौतिक लाभ के लिए
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: A) मोक्ष की प्राप्ति के लिए
प्रश्न 120: जैन धर्म में ‘जैन समुदाय’ के सदस्य क्या कहलाते हैं?
- A) भक्त
B) श्रावक और श्राविका
C) साधक
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: B) श्रावक और श्राविका
प्रश्न 121: जैन धर्म में ‘तीर्थ’ का क्या अर्थ है?
- A) तीर्थंकर का स्थान
B) पवित्र जल
C) धार्मिक स्थल
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 122: जैन धर्म में ‘संगठनों’ का क्या कार्य होता है?
- A) सामाजिक सुधार
B) धार्मिक शिक्षा
C) साधना और तप
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 123: जैन धर्म में ‘व्रत’ का पालन करने का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- A) सामाजिक मान्यता
B) आत्मा की शुद्धि
C) केवल पूजा
D) धन का संचय
उत्तर: B) आत्मा की शुद्धि
प्रश्न 124: जैन धर्म में ‘सिद्धांत’ का आधार क्या है?
- A) केवल पूजा
B) दार्शनिक विचार
C) भौतिक वस्तुएँ
D) सामाजिक नियम
उत्तर: B) दार्शनिक विचार
प्रश्न 125: जैन धर्म में ‘उपवास’ का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- A) स्वास्थ्य लाभ
B) आत्म-नियंत्रण और तप
C) केवल पूजा करना
D) धन का संचय
उत्तर: B) आत्म-नियंत्रण और तप
प्रश्न 126: जैन धर्म में ‘कर्म’ का नाश कैसे होता है?
- A) तप और साधना द्वारा
B) धन देने से
C) केवल पूजा द्वारा
D) किसी भी धार्मिक क्रिया से
उत्तर: A) तप और साधना द्वारा
प्रश्न 127: जैन धर्म में ‘पंच कल्याणक’ क्या होते हैं?
- A) तीर्थंकर की महत्वपूर्ण घटनाएँ
B) धार्मिक अनुष्ठान
C) पांच महाव्रत
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: A) तीर्थंकर की महत्वपूर्ण घटनाएँ
प्रश्न 128: जैन धर्म में ‘संवेदनशीलता’ का क्या महत्व है?
- A) सभी जीवों के प्रति करुणा
B) केवल मानवों के प्रति
C) केवल मानसिक स्वास्थ्य
D) सामाजिक सेवा
उत्तर: A) सभी जीवों के प्रति करुणा
प्रश्न 129: जैन धर्म में ‘ज्ञान’ का सर्वोच्च स्रोत क्या है?
- A) तर्क
B) धार्मिक ग्रंथ
C) अनुभव
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 130: जैन धर्म में ‘धैर्य’ का क्या महत्व है?
- A) केवल मानसिक शांति
B) आत्मा के विकास के लिए
C) धन का संचय
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: B) आत्मा के विकास के लिए
प्रश्न 131: जैन धर्म में ‘प्रवचन’ का क्या अर्थ है?
- A) धार्मिक शिक्षा का वितरण
B) केवल उपदेश
C) पूजा का आयोजन
D) सामाजिक सेवा
उत्तर: A) धार्मिक शिक्षा का वितरण
प्रश्न 132: जैन धर्म में ‘धर्म सभा’ का क्या कार्य होता है?
- A) धार्मिक अनुष्ठान
B) ज्ञान और चर्चा का आदान-प्रदान
C) केवल पूजा करना
D) धन एकत्रित करना
उत्तर: B) ज्ञान और चर्चा का आदान-प्रदान
प्रश्न 133: जैन धर्म में ‘मोह’ का क्या प्रभाव होता है?
- A) आत्मा के विकास में बाधा
B) केवल मानसिक तनाव
C) सामाजिक स्थिति
D) भौतिक लाभ
उत्तर: A) आत्मा के विकास में बाधा
प्रश्न 134: जैन धर्म में ‘अप्रिग्रह’ का क्या महत्व है?
- A) भौतिक वस्तुओं से विमुखता
B) धन का संचय
C) केवल साधना
D) सामाजिक सेवा
उत्तर: A) भौतिक वस्तुओं से विमुखता
प्रश्न 135: जैन धर्म में ‘गुण’ का क्या अर्थ है?
- A) आत्मा की विशेषताएँ
B) भौतिक वस्तुएँ
C) केवल सामाजिक मान्यता
D) धार्मिक अनुष्ठान
उत्तर: A) आत्मा की विशेषताएँ
प्रश्न 136: जैन धर्म में ‘जीव’ और ‘अजीव’ में क्या अंतर है?
- A) जीवित और निर्जीव
B) केवल मानव और पशु
C) शुद्ध और अशुद्ध
D) केवल आत्मा और शरीर
उत्तर: A) जीवित और निर्जीव
प्रश्न 137: जैन धर्म में ‘उपाशना’ का क्या अर्थ है?
- A) साधना
B) पूजा
C) ध्यान
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 138: जैन धर्म में ‘धर्म’ का पालन करने के लिए क्या आवश्यक है?
- A) साधना और तप
B) केवल पूजा
C) सामाजिक सेवा
D) धन का संचय
उत्तर: A) साधना और तप
प्रश्न 139: जैन धर्म में ‘साधक’ का क्या मतलब है?
- A) साधना करने वाला व्यक्ति
B) केवल तपस्वी
C) धनवान व्यक्ति
D) धार्मिक नेता
उत्तर: A) साधना करने वाला व्यक्ति
प्रश्न 140: जैन धर्म में ‘अहिंसा’ के सिद्धांत का पालन कैसे किया जाता है?
- A) सभी जीवों के प्रति करुणा
B) केवल शाकाहारी आहार लेकर
C) ध्यान और साधना द्वारा
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 141: जैन धर्म में ‘तीर्थंकर’ की संख्या कितनी होती है?
- A) 20
B) 24
C) 28
D) 32
उत्तर: B) 24
प्रश्न 142: जैन धर्म में ‘संसार’ का क्या अर्थ है?
- A) केवल मानव जीवन
B) भौतिक और आध्यात्मिक दुनिया
C) केवल भौतिक वस्तुएँ
D) केवल मनुष्य और जानवर
उत्तर: B) भौतिक और आध्यात्मिक दुनिया
प्रश्न 143: जैन धर्म में ‘विसर्जन’ का क्या महत्व है?
- A) आत्मा की शुद्धि
B) धन का वितरण
C) केवल अनुष्ठान
D) सामाजिक पहचान
उत्तर: A) आत्मा की शुद्धि
प्रश्न 144: जैन धर्म में ‘कर्म’ के किस प्रकार को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है?
- A) पुण्य कर्म
B) पाप कर्म
C) केवल क्रियाशीलता
D) कोई भी नहीं
उत्तर: A) पुण्य कर्म
प्रश्न 145: जैन धर्म में ‘शांतिधारा’ का क्या अर्थ है?
- A) शांति की स्थिति
B) मानसिक शांति के लिए साधना
C) केवल दान
D) उपवास का अभ्यास
उत्तर: B) मानसिक शांति के लिए साधना
प्रश्न 146: जैन धर्म में ‘साधना’ का उद्देश्य क्या है?
- A) धन का संचय
B) आत्मा का विकास और शुद्धि
C) सामाजिक सेवा
D) केवल पूजा
उत्तर: B) आत्मा का विकास और शुद्धि
प्रश्न 147: जैन धर्म में ‘दर्शन’ का क्या महत्व है?
- A) ज्ञान का विकास
B) आत्मा की शुद्धि
C) केवल पूजा
D) सामाजिक पहचान
उत्तर: A) ज्ञान का विकास
प्रश्न 148: जैन धर्म में ‘अहिंसा’ का पालन करने के लिए मुख्यतः क्या किया जाता है?
- A) सभी जीवों की रक्षा
B) केवल शाकाहारी भोजन लेना
C) ध्यान और साधना
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 149: जैन धर्म में ‘वेदना’ का क्या महत्व है?
- A) केवल मानसिक तनाव
B) सभी जीवों के प्रति करुणा
C) सामाजिक सेवा
D) धन का संचय
उत्तर: B) सभी जीवों के प्रति करुणा
प्रश्न 150: जैन धर्म में ‘मोह’ का क्या परिणाम होता है?
- A) आत्मा का विकास
B) भौतिकता में बढ़ावा
C) केवल मानसिक तनाव
D) सामाजिक स्थिति
उत्तर: B) भौतिकता में बढ़ावा
प्रश्न 151: जैन धर्म में ‘अहिंसा’ का पालन करने वाले व्यक्ति को क्या कहा जाता है?
- A) जैन
B) आचार्य
C) श्रावक
D) मुनि
उत्तर: A) जैन
प्रश्न 152: जैन धर्म में ‘धर्म’ की परिभाषा क्या है?
- A) सामाजिक मान्यता
B) आत्मा का मार्गदर्शन
C) केवल धार्मिक आचार
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: B) आत्मा का मार्गदर्शन
प्रश्न 153: जैन धर्म में ‘मोकsha’ की प्राप्ति के लिए मुख्यतः किसका पालन किया जाता है?
- A) तप और साधना
B) धन का संचय
C) केवल पूजा
D) सामाजिक सेवा
उत्तर: A) तप और साधना
प्रश्न 154: जैन धर्म में ‘जिन’ की पूजा क्यों की जाती है?
- A) श्रद्धा के लिए
B) ज्ञान और मोक्ष की प्राप्ति के लिए
C) सामाजिक स्थिति के लिए
D) केवल धार्मिक पहचान के लिए
उत्तर: B) ज्ञान और मोक्ष की प्राप्ति के लिए
प्रश्न 155: जैन धर्म में ‘सत्य’ का पालन कैसे किया जाता है?
- A) केवल बोलने में
B) कर्म और आचार में
C) केवल लिखित में
D) सामाजिक मान्यता में
उत्तर: B) कर्म और आचार में
प्रश्न 156: जैन धर्म में ‘साधक’ का कार्य क्या होता है?
- A) साधना करना
B) केवल पूजा करना
C) समाज सेवा
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: A) साधना करना
प्रश्न 157: जैन धर्म में ‘उपाशना’ का क्या अर्थ है?
- A) ध्यान और साधना
B) केवल पूजा
C) सेवा का कार्य
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: A) ध्यान और साधना
प्रश्न 158: जैन धर्म में ‘कर्म’ का क्या अर्थ है?
- A) कार्य और गतिविधियाँ
B) केवल पाप और पुण्य
C) सभी प्रकार के काम
D) केवल धार्मिक कार्य
उत्तर: A) कार्य और गतिविधियाँ
प्रश्न 159: जैन धर्म में ‘पंच महाव्रत’ के अंतर्गत कौन-से व्रत आते हैं?
- A) अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह
B) केवल दान
C) केवल पूजा
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: A) अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, अपरिग्रह
प्रश्न 160: जैन धर्म में ‘पुनर्जन्म’ का सिद्धांत किस पर आधारित है?
- A) कर्मों पर
B) सामाजिक स्थिति
C) केवल मानसिकता
D) धन पर
उत्तर: A) कर्मों पर
प्रश्न 161: जैन धर्म में ‘सिद्ध’ को कैसे परिभाषित किया जाता है?
- A) मोक्ष प्राप्त जीव
B) साधक
C) केवल गुरु
D) धर्म का पालन करने वाला
उत्तर: A) मोक्ष प्राप्त जीव
प्रश्न 162: जैन धर्म में ‘क्षमा’ का महत्व किस संदर्भ में है?
- A) मानसिक शांति
B) दूसरों के प्रति दया
C) आत्मा की शुद्धि
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 163: जैन धर्म में ‘उपवास’ का मुख्य उद्देश्य क्या होता है?
- A) आत्म-नियंत्रण
B) स्वास्थ्य लाभ
C) केवल धार्मिक अनुष्ठान
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: A) आत्म-नियंत्रण
प्रश्न 164: जैन धर्म में ‘श्रावक’ और ‘श्राविका’ किसे कहते हैं?
- A) साधक और साधिका
B) आम लोग जो जैन धर्म का पालन करते हैं
C) केवल मुनि
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: B) आम लोग जो जैन धर्म का पालन करते हैं
प्रश्न 165: जैन धर्म में ‘अविग्रह’ का क्या अर्थ है?
- A) भौतिक वस्तुओं का संचय
B) दान करना
C) भौतिक वस्तुओं से विमुखता
D) केवल तप करना
उत्तर: C) भौतिक वस्तुओं से विमुखता
प्रश्न 166: जैन धर्म में ‘साधना’ का उद्देश्य क्या है?
- A) केवल पूजा करना
B) आत्मा की शुद्धि और विकास
C) धन अर्जित करना
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: B) आत्मा की शुद्धि और विकास
प्रश्न 167: जैन धर्म में ‘संघ’ का कार्य क्या होता है?
- A) साधना और तप का अभ्यास
B) धार्मिक शिक्षा का प्रचार
C) सामाजिक सुधार
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 168: जैन धर्म में ‘धर्म की परिभाषा’ क्या है?
- A) आत्मा का मार्गदर्शन
B) केवल आचार
C) सामाजिक नियम
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: A) आत्मा का मार्गदर्शन
प्रश्न 169: जैन धर्म में ‘तीर्थंकर’ का मुख्य कार्य क्या होता है?
- A) ज्ञान का प्रचार
B) धर्म का पालन
C) मोक्ष का मार्ग दिखाना
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 170: जैन धर्म में ‘सत्य’ का पालन क्यों किया जाता है?
- A) सामाजिक पहचान के लिए
B) आत्मा के विकास के लिए
C) केवल पूजा के लिए
D) धन के लिए
उत्तर: B) आत्मा के विकास के लिए
प्रश्न 171: जैन धर्म में ‘श्रुत’ का क्या अर्थ है?
- A) अनुभव से प्राप्त ज्ञान
B) शास्त्रों से प्राप्त ज्ञान
C) केवल ध्यान
D) सामाजिक सेवा
उत्तर: B) शास्त्रों से प्राप्त ज्ञान
प्रश्न 172: जैन धर्म में ‘सम्यक दर्शन’ का क्या महत्व है?
- A) सही दृष्टिकोण और समझ
B) केवल पूजा
C) केवल ध्यान
D) सामाजिक पहचान
उत्तर: A) सही दृष्टिकोण और समझ
प्रश्न 173: जैन धर्म में ‘पंच महाव्रत’ के अंतर्गत ‘अस्तेय’ का क्या अर्थ है?
- A) चोरी न करना
B) सच्चाई का पालन करना
C) केवल तप करना
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: A) चोरी न करना
प्रश्न 174: जैन धर्म में ‘कर्म’ का नाश कैसे किया जाता है?
- A) तप और साधना द्वारा
B) केवल पूजा द्वारा
C) धन के द्वारा
D) सामाजिक सेवा द्वारा
उत्तर: A) तप और साधना द्वारा
प्रश्न 175: जैन धर्म में ‘साधक’ का क्या कार्य होता है?
- A) साधना करना
B) केवल पूजा करना
C) सामाजिक सेवा
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: A) साधना करना
प्रश्न 176: जैन धर्म में ‘संवेदनशीलता’ का क्या अर्थ है?
- A) सभी जीवों के प्रति करुणा
B) केवल मानवों के प्रति
C) मानसिक स्वास्थ्य
D) केवल भौतिक लाभ
उत्तर: A) सभी जीवों के प्रति करुणा
प्रश्न 177: जैन धर्म में ‘दर्शन’ का क्या महत्व है?
- A) ज्ञान का विकास
B) आत्मा की शुद्धि
C) केवल पूजा
D) सामाजिक पहचान
उत्तर: A) ज्ञान का विकास
प्रश्न 178: जैन धर्म में ‘उपशांत’ का क्या अर्थ है?
- A) केवल शांति
B) मानसिक शांति का अनुभव
C) समाज सेवा
D) ध्यान और साधना
उत्तर: B) मानसिक शांति का अनुभव
प्रश्न 179: जैन धर्म में ‘धैर्य’ का क्या महत्व है?
- A) आत्मा के विकास के लिए
B) केवल मानसिक शांति
C) धन का संचय
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: A) आत्मा के विकास के लिए
प्रश्न 180: जैन धर्म में ‘कर्म’ का क्या प्रभाव होता है?
- A) पुनर्जन्म का कारण
B) मोक्ष की प्राप्ति में बाधा
C) केवल मानसिकता
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 181: जैन धर्म में ‘वैराग्य’ का क्या अर्थ है?
- A) भौतिक वस्तुओं से विमुखता
B) सामाजिक सेवा
C) केवल तप
D) मानसिक शांति
उत्तर: A) भौतिक वस्तुओं से विमुखता
प्रश्न 182: जैन धर्म में ‘आचार’ का क्या महत्व है?
- A) केवल नियमों का पालन
B) आचरण और व्यवहार
C) धन का संचय
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: B) आचरण और व्यवहार
प्रश्न 183: जैन धर्म में ‘पंचेन्द्रिय जीव’ कौन से जीव होते हैं?
- A) केवल मानव
B) जीव जो पाँच इंद्रियों से युक्त होते हैं
C) केवल पशु
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: B) जीव जो पाँच इंद्रियों से युक्त होते हैं
प्रश्न 184: जैन धर्म में ‘सिद्ध’ कौन होते हैं?
- A) जो मोक्ष प्राप्त कर चुके हैं
B) केवल तपस्वी
C) केवल ज्ञानी
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: A) जो मोक्ष प्राप्त कर चुके हैं
प्रश्न 185: जैन धर्म में ‘सत्य’ का पालन क्यों किया जाता है?
- A) सामाजिक पहचान के लिए
B) आत्मा के विकास के लिए
C) केवल पूजा के लिए
D) धन के लिए
उत्तर: B) आत्मा के विकास के लिए
प्रश्न 186: जैन धर्म में ‘संक्षिप्त साधना’ का क्या अर्थ है?
- A) केवल ध्यान
B) सरल साधना का अभ्यास
C) केवल पूजा
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: B) सरल साधना का अभ्यास
प्रश्न 187: जैन धर्म में ‘मोकsha’ की प्राप्ति के लिए मुख्यतः किसका पालन किया जाता है?
- A) तप और साधना
B) धन का संचय
C) केवल पूजा
D) सामाजिक सेवा
उत्तर: A) तप और साधना
प्रश्न 188: जैन धर्म में ‘अहिंसा’ के सिद्धांत का पालन कैसे किया जाता है?
- A) सभी जीवों के प्रति करुणा
B) केवल शाकाहारी आहार लेकर
C) ध्यान और साधना द्वारा
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 189: जैन धर्म में ‘तीर्थंकर’ का क्या कार्य होता है?
- A) मोक्ष का मार्ग दिखाना
B) ज्ञान का प्रचार
C) धार्मिक अनुष्ठान करना
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 190: जैन धर्म में ‘उपशांति’ का क्या महत्व है?
- A) केवल मानसिक शांति
B) आत्मा की शुद्धि
C) सामाजिक सेवा
D) ध्यान और साधना
उत्तर: B) आत्मा की शुद्धि
प्रश्न 191: जैन धर्म में ‘श्रवण’ का क्या महत्व है?
- A) ज्ञान का प्राप्त करना
B) केवल सुनना
C) केवल ध्यान करना
D) सामाजिक सेवा
उत्तर: A) ज्ञान का प्राप्त करना
प्रश्न 192: जैन धर्म में ‘कर्म’ के कितने प्रकार होते हैं?
- A) 4
B) 6
C) 8
D) 12
उत्तर: B) 6
प्रश्न 193: जैन धर्म में ‘महावीर’ का क्या स्थान है?
- A) अंतिम तीर्थंकर
B) पहले तीर्थंकर
C) केवल धार्मिक नेता
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: A) अंतिम तीर्थंकर
प्रश्न 194: जैन धर्म में ‘अपरिग्रह’ का क्या अर्थ है?
- A) भौतिक वस्तुओं का संचय न करना
B) केवल दान देना
C) धन अर्जित करना
D) केवल साधना करना
उत्तर: A) भौतिक वस्तुओं का संचय न करना
प्रश्न 195: जैन धर्म में ‘तप’ का मुख्य उद्देश्य क्या है?
- A) आत्मा की शुद्धि
B) केवल शारीरिक स्वास्थ्य
C) समाज सेवा
D) धन का संचय
उत्तर: A) आत्मा की शुद्धि
प्रश्न 196: जैन धर्म में ‘धर्म’ का क्या अर्थ है?
- A) केवल धार्मिक आचार
B) आत्मा का मार्गदर्शन
C) सामाजिक नियम
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: B) आत्मा का मार्गदर्शन
प्रश्न 197: जैन धर्म में ‘तीर्थ’ का क्या अर्थ है?
- A) पवित्र स्थान
B) केवल तीर्थंकर का स्थान
C) सभी धार्मिक स्थल
D) केवल जलाशय
उत्तर: A) पवित्र स्थान
प्रश्न 198: जैन धर्म में ‘प्रवचन’ का क्या महत्व है?
- A) धार्मिक शिक्षा का वितरण
B) केवल उपदेश
C) साधना का अभ्यास
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: A) धार्मिक शिक्षा का वितरण
प्रश्न 199: जैन धर्म में ‘संघ’ का क्या कार्य होता है?
- A) साधना और तप का अभ्यास
B) धार्मिक शिक्षा का प्रचार
C) सामाजिक सुधार
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: D) सभी उपरोक्त
प्रश्न 200: जैन धर्म में ‘वैराग्य’ का क्या अर्थ है?
- A) भौतिक वस्तुओं से विमुखता
B) केवल तप
C) मानसिक शांति
D) सभी उपरोक्त
उत्तर: A) भौतिक वस्तुओं से विमुखता
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